समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 17अप्रैल। कांग्रेस नेता और वायनाड से प्रत्याशी राहुल गांधी ने गरीबी वाले अपने बयान पर यू-टर्न लिया है. अब उनका कहना है कि यह कोई नहीं कह रहा है कि गरीबी को एक ही झटके में मिटाया जाएगा. इससे पहले राहुल गांधी ने एक ही झटके में गरीबी मिटाने का वादा किया था. जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके इस बयान पर कटाक्ष किया था.
अब राहुल गांधी ने अपने इस बयान पर सफाई दी है और पहले के बयान से पलटी मारी है. राहुल गांधी ने बुधवार को अपने गरीबी वाले पिछले बयान पर स्पष्टीकरण दिया. उन्होंने वायनाड में प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा, ‘यह कोई नहीं कह रहा है कि गरीबी को एक ही झटके में मिटाया जाएगा. हम यह कह रहे हैं कि गरीबी को गहरी चोट पहुंचाई जा सकती है और तरीके मैंने आपको बताये हैं.’
राहुल गांधी ने कहा कि हम गरीबी मिटाने के लिए मजबूत प्रयास कर सकते हैं. इसके साथ ही उन्होंने फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि नरेंद्र मोदी ने पूरा का पूरा फोकस 22-25 लोगों पर किया है. आज की सच्चाई है कि 22 लोगों पर उतना धन है, जितना 70 करोड़ लोगों के पास है. उन्होंने इसे भी गरीबी का एक कारण बताया.
राहुल गांधी ने हाल ही में राजस्थान में एक चुनावी रैली में कहा था कि अगर सत्ता में कांग्रेस पार्टी आएगी तो गरीबी को एक ही झटके में मिटा देगी. उन्होंने कहा था कि अगर आप गरीबी रेखा के नीचे हो और आपके बैंक अकाउंट में हर साल एक लाख रुपये रुपये खटाखट-खटाखट आता रहेगा. उन्होंने कहा था कि हम हिंदुस्तान से एक ही झटके में गरीबी को मिटा देंगे.