भाजपा का 44वां स्थापना दिवस आज, यहां जानें भारतीय राजनीति में भाजपा का योगदान

राम, राष्ट्रवाद व हिन्दुत्व और समग्र विकास ने भाजपा को दिलाई सत्ता

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स्निग्धा श्रीवास्तव
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 6अप्रैल। राष्ट्रवादी राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी का आज 44वां स्थापना दिवस है। भारत को एक सुदृढ़, समृद्ध एवं शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में विश्व पटल पर स्थापित करने के लिए भाजपा कृतसंकल्प है। भारत को एक समर्थ राष्ट्र बनाने के उद्देश्य से भाजपा का गठन 6 अप्रैल, 1980 को नई दिल्ली के कोटला मैदान में किया गया था जिसके पहले अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी निर्वाचित हुए। देश में विकास आधारित राजनीति की नींव भी भाजपा ने ही रखी थी। आज तीन दशक बाद भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की जनता ने बीजेपी को पूर्ण बहुमत दिया है और वर्तमान समय में केंद्र में भाजपा की सरकार है।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बीजेपी के करोड़ों कार्यकर्ताओं को एक्स पोस्ट के माध्यम से बधाई दी। साथ ही बीजेपी हेड क्वार्टर पर कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा रहा है। देश के हर राज्यों में आज बीजेपी अपना स्थापना दिवस मना रही है। इस खास कार्यक्रम से बीजेपी के कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। बीजेपी ने अपने ऑफिशियल एक्स के माध्यम से लिखा है कि जनसेवा को समर्पित। भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस की समस्त कार्यकर्ताओं को हार्दिक शुभकामनाएं..

आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस पर देशभर के मेरे कर्मठ और परिश्रमी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं। आज बीजेपी की उन सभी महान विभूतियों को नमन करने का दिन है, जिन्होंने वर्षों की अपनी कड़ी मेहनत, संघर्ष और त्याग से पार्टी को सींचकर इस ऊंचाई तक पहुंचाया है। मैं आज पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि भाजपा देश की सबसे पसंदीदा पार्टी है, जो ‘राष्ट्र प्रथम’ के मंत्र के साथ जन-जन की सेवा में जुटी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह हम सभी के लिए गौरव की बात है कि बीजेपी अपने विकासवादी विजन, सुशासन और राष्ट्रवादी मूल्यों के प्रति हमेशा समर्पित रही है। भाजपा की सबसे बड़ी शक्ति इसके कार्यकर्ता हैं, जो 140 करोड़ देशवासियों की आकांक्षाओं को पूरा करने में दिन-रात जुटे रहते हैं। देश की युवाशक्ति भाजपा को एक ऐसी पार्टी के रूप में देखती है, जो उनके सपनों को साकार करने के साथ ही 21वीं सदी में भारत को मजबूत नेतृत्व देने में सक्षम है।

उन्होंने कहा कि देश की जनता-जनार्दन एक नई लोकसभा चुनने को पूरी तरह से तैयार है। मैं आश्वस्त हूं कि देशभर के मेरे परिवारजन हमें एक और कार्यकाल का आशीर्वाद देने जा रहे हैं, ताकि बीते एक दशक में विकसित भारत के लिए जो नींव तैयार की गई है, उसे नई मजबूती दी जा सके। मैं एक बार फिर भाजपा और एनडीए के अपने सभी कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं देता हूं, जो सरकार और जनता के बीच विकास की सबसे मजबूत कड़ी हैं।

इतिहास
भारतीय जनता पार्टी का गठन 6 अप्रैल, 1980 को हुआ, परन्तु इसका इतिहास भारतीय जनसंघ से जुड़ा हुआ है। स्वतंत्रता प्राप्ति तथा देश विभाजन के साथ ही देश में एक नई राजनीतिक परिस्थिति उत्पन्न हुई।

भारतीय राजनीति में भाजपा का योगदान
राष्ट्रीय अखण्डता, कश्मीर के भारत में पूर्ण विलय, कबाइली वेश में पाकिस्तानी आक्रमण के प्रतिकार, परमिट व्यवस्था एवं धारा 370 की समाप्ति व पृथकतावाद से निरन्तर संघर्ष करने वाली एकमात्र पार्टी भारतीय जनसंघ या भाजपा है। बेरुबाड़ी एवं कच्छ समझौते हमारी राष्ट्रीय अखण्डता के लिए चुनौती थे। भाजपा ने इस चुनौती का सामना किया। देश को परमाणु शक्ति सम्पन्न कर भारत पर हमलों की हिमाकत करने वालों को अटल की सरकार ने सीधा संदेश दिया।

भाजपा की स्थापना
भले ही भारतीय जनता पार्टी की स्थापना 1980 में हुई लेकिन इसके मूल में श्यामाप्रसाद मुखर्जी द्वारा 1951 में निर्मित भारतीय जनसंघ ही है। इसके संस्थापक अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी रहे, जबकि मुस्लिम चेहरे के रूप में सिकंदर बख्त महासचिव बने।
1984 के चुनाव में भाजपा की मात्र 2 सीटें थीं, लेकिन वर्तमान में सर्वाधिक राज्यों में भाजपा की खुद की या फिर उसके समर्थन से बनी हुई सरकारें हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा कांग्रेस के बाद देश की एकमात्र ऐसी पार्टी बनी जिसने चुनाव भले ही गठबंधन साथियों के साथ लड़ा, लेकिन 303 सीटें हासिल कर अपने बूते बहुमत हासिल किया।
अयोध्या में राम मंदिर और हिन्दुत्व जैसे भाजपा के ऐसे कई मुद्दे रहे है जिनके कारण वह 2 सीटों से 282 सीटों तक पहुंच गई। भाजपा को मजबूत करने में वाजेपयी और लालकृष्ण आडवाणी की अहम भूमिका रही है।
1999 में वाजपेयी फिर प्रधानमंत्री बने और उन्होंने गठबंधन सरकार चलाई। 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी।
उसके बाद 2019 में भी भाजपा को ही जनता ने चुना अब भाजपा नेताओं ने दावा किया है कि एक बार फिर लगातार तीसरी बार भी भाजपा की सरकार बनेगी।

 

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