इंदौर में धर्म परिवर्तन: हैदर हो गए हरिनारायण, रूकैया बनी रुक्मिणी

विश्व हिंदू परिषद की अगुवाई में खजराना और मंदसौर के मुस्लिमजनो ने बदला धर्म विहिप के घर वापसी अभियान का हिस्सा बना धर्म परिवर्तन

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नितिनमोहन शर्मा
हैदर भाई हरिनारायण बन गए और रूकैया बन गई रुक्मणि। परवीन बी भी को नया नाम पल्लवी मिल गया और गफ़्फ़ार भाई गोविंद हो गए। मोहम्मद यूनुस अब मोहनलाल के नाम से पुकारे जाएंगे और इरफ़ान, ईश्वर कहलायेंगे। तमन्ना भी तन्नू हो गई औऱ इमरान का नया नाम आशीष हो गया हैं। ओमप्रकाश नाम हो गया है अब शेरू भाईजान का। नाम के साथ पहचान भी बदल गई और बदल गई भाषा, भूषा और भोजन।

ये कोई नाटक के पात्र नही औऱ न कोई फ़िल्म की स्क्रिप्ट हैं। न चुनावी मौसम में किसी राजनीतिक दल का कोई कौतुक हैं। ये जीता जागता धर्म परिवर्तन हैं, मुसलमान से हिन्दू होने का। अब तक हिंदुओ के मुसलमान बनने की खबरें आती थी औऱ खूब धर्मांतरण के आरोप प्रत्यारोप लगते रहे। लेकिन इस बार मामला उलटा हो गया। मुसलमान भाई बहनों ने इस्लाम को छोड़कर सत्य सनातन धर्म अपना लिया। एक दो ने नही, करीब दर्जनभर मुस्लिम मतावलंबियों ने ये धर्म परिवर्तन किया।

मुसलमान से हिन्दू होने की गवाह बनी अहिल्या नगरी इंदौर और जग प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर। यहां इंदौर के खजराना स्थित निवासी एक युवक के अलावा मंदसौर जिले के मुसलमान महिला पुरुषों ने इस्लाम धर्म छोड़ हिन्दू धर्म अपना लिया। ये काम आरएसएस के आनुषंगिक संगठन विश्व हिंदू परिषद के माध्यम से हुआ। गौरतलब है कि परिषद ने घर वापसी अभियान छेड़ रखा हैं। इस अभियान के तहत उन लोगो की पुनः सम्मानजनक घर वापसी का लक्ष्य है जो किसी कारण से हिन्दू धर्म छोड़कर अन्य धर्म अंगीकार कर चुके थे।

परिषद ने सबको चौकाते हुए खजराना गणेश मंदिर में ही धर्म परिवर्तन की ये जाजम बिछाई। खजराना वैसे भी मुस्लिम बहुल क्षेत्र है और संवेदनशील इलाका भी। परिषद ने यहां घर वापसी अभियान को अंजाम दिया। धर्म परिवर्तन करने से पहले सब बन्धुओं और भगिनियो का शुद्धिकरण किया गया। इसके लिए गोबर और गंगाजल से सबका स्नान करवाया गया। फिर यज्ञ वेदी प्रज्वलित की गई। वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ ॐ स्वाहा के मंत्रों से सबको आहुति दिलवाई गई। भगवा वस्त्र अंगीकार कराया गया और उसके बाद नामकरण संस्कार विधि अपनाई गई जिसमें धर्म परिवर्तन करने वालो को उपरोक्त नए नाम दिए गए।

विश्व हिंदू परिषद की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि हिन्दू सँस्कृति से अभिभूत होकर दर्जन भर मुस्लिम भाई बहनों ने सनातन संस्कृति को अपनाया है यह समस्त हिंदू समाज के लिए गौरव क्षण रहा है। सनातन संस्कृति अपनाने वाले का गोमूत्र और गंगाजल से शुद्ध स्नान कराकर नवीन वस्त्र प्रदान किए गए। तत्पश्चात पूजन हवन का आयोजन किया गया इसके बाद सभी ने भगवान खजराना गणेश के मंदिर में जाकर आशीर्वाद लिया।

इस अवसर पर परिषद के इंदौर उज्जैन संभाग के प्रांत प्रचारक खगेंद्र भार्गव, मालवा प्रांत कार्यकारिणी सदस्य अभिषेक उदेनिया, इंदौर विभाग संगठन मंत्री अनिल नायडू, मालवा प्रांत विधी प्रमुख प्रवीण दरेकर, बजरंग दल इंदौर विभाग संयोजक जिला संयोजक लकी रघुवंशी, जितेन्द्र जादौन,जितेन्द्र शर्मा, जिला मंत्री राहुल पांडे जिला संयोजक,राजेश गोंड, आरती दिदी जायसवाल मालवा प्रांत मातृशक्ति प्रमुख,स्वामी मालवीय दुर्गावती इन्दौर विभाग संयोजिका,दिपमाला कछावा, संध्या यादव पार्षद आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।
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हम सब सनातनी, पूर्वज एक है- विहिप

विहिप ने इस धर्म परिवर्तन पर कहा कि भारत भूमि पर रहने वाला प्रत्येक व्यक्ति सनातनी है। हमारे पूर्वज एक ही थे और हे भी। हम सब युगो युगों से इस देश की माटी में पले बड़े हैं। किसी काल मे हम बिछड़े। समय-समय पर आताताइयों के आक्रमण हमारे देश पर होते आए हैं और हिंदू धर्म से हमारे भाई बंधु आताताइयों के दबाव में मुस्लिम और ईसाई बने हैं। अब फिर से सनातन संस्कृति में लोगों की आस्था और विश्वास जूड़ रही है। आने वाले समय में बड़ी संख्या में मुस्लिम भाई बंधु सैकड़ो की संख्या में सनातन धर्म को अपनाएंगे। गौरतलब है कि विहिप का घर वापसी अभियान इन दिनों बहुत तेजी से जमीन पर काम कर रहा हैं। आरएसएस सुप्रीमो भी बोल चुके है कि हमारी पूजा पद्धति अलग हो सकती है लेकिन पूर्वज एक ही हैं।

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