समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,13 जनवरी। राजद की ओर से जिला स्तर पर आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद वाकयुद्ध शुरू हो गया है। पार्टी के प्रदेश महासचिव जयशंकर यादव ने कहा कि पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी को सूचना नहीं दी जा रही। जिलाध्यक्ष पार्टी को दीमक की तरह चाट रहे हैं।
प्रदेश राजद महासचिव ने कहा कि 10 तारीख को जिला स्तर पर आयोजित राजद कार्यकर्ता संवाद सम्मेलन की सूचना जिला अध्यक्ष ने नहीं दी। जबकि प्रदेश अध्यक्ष की गाइडलाइन है कि हर आयोजन की सूचना जिला के जो भी नेता प्रदेश समिति में हैं, उनको देनी है।
उन्होंने आगे कहा कि उनके अलावा राज्य परिषद के कई सदस्य एवं कई प्रकोष्ठ के जिला एवं प्रदेश पदाधिकारी को भी सूचित नहीं किया गया। पार्टी के समर्पित एवं निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अपेक्षा की गई। जिला अध्यक्ष पार्टी को लगातार कमजोर कर रहे हैं। वह दीमक की तरह खोखला कर रहे हैं। इसका असर आने वाले चुनाव में पड़ेगा।
प्रदेश कार्यालय तक पहुंची शिकायत
प्रदेश महासचिव ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व को इस बात से अवगत करा दिया गया है। इस पर पार्टी को संज्ञान लेना होगा। समय रहते उचित कार्रवाई नहीं हुई तो पार्टी की नैया मुजफ्फरपुर में डूब जाएगी। जयशंकर यादव ने कहा, “राजद गरीब-गुरबा की पार्टी है, इसलिए उसकी उपेक्षा नहीं होनी चाहिए।”
‘आरोप बेबुनियाद हैं’
इधर, राजद जिलाध्यक्ष रमेश गुप्ता ने कहा कि प्रदेश महासचिव जयशंकर यादव के आरोप बेबुनियाद हैं। हर आयोजन की सूचना पार्टी की ओर से बने वॉट्सएप ग्रुप पर दी जाती है। उनकी सक्रियता पार्टी में इन दिनों नहीं है। वह पार्टी को करने के बदले समय-समय पर गलत बयान देकर कमजोर कर रहे हैं। राजद पंचायत से लेकर जिला स्तर पर मजबूत है। कार्यकर्ता संवाद सम्मेलन सफल रहा। इसकी जानकारी प्रदेश नेतृत्व को दे दी गई है।