समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 6अगस्त। राजस्थान समेत पूरे उत्तर भारत में लम्पी वायरस के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में राज्य सरकारें टीकाकरण से लेकर जागरूकता फैलाने तक कई एहतियाती कदम उठा रही हैं. राजस्थान ने भी लम्पी वायरस से निपटने के लिए एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. इस सिलसिले में मुख्यमंत्री गहलोत ने एक अहम निर्देश दिया है. उन्होंने जिला प्रभारी मंत्रियों को अपने-अपने जिलों में जाकर स्थिति जानने और आमजन को जागरूक करने के निर्देश दिए. उन्होंने प्रभावित जिलों के जनप्रनिधियों से कहा कि वे स्थानीय पशुपालकों, किसानों, दुग्ध विक्रेताओं, गौशाला संचालकों के साथ बैठकें कर उन्हें जागरूक करें. गहलोत ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों के पशुओं में लम्पी चर्म रोग का संक्रमण तेजी से फैला है, लेकिन जल्द ही इस पर नियंत्रण पा लिया जाएगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा दवाइयों, चिकित्सकों, एंबुलेंस सहित अन्य आवश्यकताओं के लिए धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से हम इस संक्रमण से भी निजात पा सकेंगे. गहलोत ने शुक्रवार को दिल्ली के बीकानेर हाउस से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए लम्पी चर्म रोग की रोकथाम को लेकर समीक्षा बैठक की.

मुख्यमंत्री ने कहा कि रोकथाम केॉ लिए विधायक, महापौर, जिला प्रमुख, प्रधान, सरंपचों सहित सभी जनप्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका है. वे अपने क्षेत्रों में दौरा करके पशुपालकों को जागरूक करें. उन्होंने कहा कि जिस तरह कोरोना काल में विधायकों ने अपनी विधायक निधी से सहायता राशि दी थी, उसी तरह वे अब भी रकम जारी करें