UNHRC में भारत ने पाकिस्तान को लताड़ा: “पीओके खाली करो”
भारत ने जिनेवा में पाकिस्तान को फटकार लगाते हुए आतंकवाद को बढ़ावा देने और मानवाधिकारों के उल्लंघन पर भी निशाना साधा।
- भारत ने जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) के 60वें सत्र में पाकिस्तान को जोरदार फटकार लगाई और उसे ‘पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर’ (POJK) को तुरंत खाली करने की चेतावनी दी।
- भारतीय राजनयिक क्षितिज त्यागी ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया कि वह आतंकवाद का निर्यात करता है और संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों को पनाह देता है, जबकि अपनी ही जनता पर बमबारी कर रहा है।
- भारत ने साफ कहा कि पाकिस्तान को कश्मीर मुद्दे पर झूठ फैलाने के बजाय अपनी “लाइफ सपोर्ट” पर टिकी अर्थव्यवस्था और मानवाधिकारों के खराब रिकॉर्ड पर ध्यान देना चाहिए।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 25 सितंबर, 2025: भारत ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) के 60वें सत्र के दौरान, पाकिस्तान द्वारा कश्मीर पर उठाए गए निराधार आरोपों के जवाब में, भारत ने उसे बुरी तरह से लताड़ा। भारतीय राजनयिक क्षितिज त्यागी ने पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब करते हुए कहा कि उसे इस मंच का दुरुपयोग बंद कर देना चाहिए और जम्मू-कश्मीर के उस हिस्से को खाली करना चाहिए जिस पर उसने अवैध कब्जा कर रखा है।
त्यागी ने पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा, “हमारे क्षेत्र को लेकर लालच करने के बजाय, उन्हें अपने अवैध कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र को खाली कर देना चाहिए और अपनी अर्थव्यवस्था को बचाने पर ध्यान देना चाहिए, जो ‘लाइफ सपोर्ट’ पर है।” उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अपनी सेना के प्रभुत्व को खत्म करना चाहिए और अपने मानवाधिकारों के रिकॉर्ड में सुधार करना चाहिए, जो उत्पीड़न से दागदार है।
आतंकवाद और आंतरिक समस्याओं पर भी निशाना
भारत ने पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर भी घेरा। क्षितिज त्यागी ने बिना नाम लिए पाकिस्तान को “आतंक का पनाहगार” बताया और कहा कि वह आतंकवादियों को शरण देता है और उन्हें भारत के खिलाफ इस्तेमाल करता है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को पहले अपने ही लोगों पर बमबारी करने से फुर्सत मिलनी चाहिए, तभी वह अपनी आंतरिक समस्याओं पर ध्यान दे पाएगा। हाल ही में पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में हुई एक घटना का हवाला देते हुए भारत ने कहा कि पाकिस्तान की सेना ने अपने ही नागरिकों पर हवाई हमले किए, जिसमें बड़ी संख्या में लोग मारे गए।
भारत ने UNHRC से यह भी अपील की कि उसे निष्पक्ष और गैर-चयनशील होना चाहिए। भारतीय राजनयिक ने जोर देकर कहा कि कुछ देशों पर ध्यान केंद्रित करने से दुनिया के सामने मौजूद वास्तविक और साझा चुनौतियों से ध्यान भटकता है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद और मानवाधिकार उल्लंघन जैसे वैश्विक मुद्दों पर सामूहिक प्रयास और सहयोग की जरूरत है।
भारत की इस तीखी प्रतिक्रिया से यह साफ हो गया है कि वह किसी भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को उसके दुष्प्रचार का जवाब देने में पीछे नहीं हटेगा। भारत का यह रुख न केवल पाकिस्तान को अलग-थलग करने का प्रयास है, बल्कि यह भी संदेश देता है कि कश्मीर भारत का एक अभिन्न अंग था, है और रहेगा।