महाराष्ट्र सरकार हथिनी महादेवी की कोल्हापुर वापसी के लिए हस्तक्षेप करेगी
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने वानतारा प्रबंधन से सहयोग की बात कही है।
समग्र समाचार सेवा
मुंबई 7 अगस्त -महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने वानतारा के अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें हाथी महादेवी को वापस कोल्हापुर लाने के लिए कानूनी प्रक्रिया में सहयोग करने की बात कही गई। महादेवी को जामनगर के वानतारा सेंटर में स्थानांतरित किए जाने के बाद से ही कोल्हापुर में विरोध प्रदर्शन हो रहे थे।
फडणवीस ने कहा, “वानतारा प्रबंधन ने हमें आश्वस्त किया है कि वे महादेवी को वापस कोल्हापुर लाने के लिए कानूनी प्रक्रिया में सहयोग करेंगे।” वानतारा के एक अधिकारी ने बताया कि वे केवल सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन कर रहे हैं और उनका महादेवी को अपने पास रखने का कोई इरादा नहीं है।
क्या है मामला?
महादेवी एक 36 वर्षीय गठिया पीड़ित हाथी है, जो कोल्हापुर के एक जैन मंदिर में पिछले तीन दशकों से रह रही थी। सुप्रीम कोर्ट ने जुलाई में एक आदेश पारित किया था, जिसमें महादेवी को बेहतर देखभाल और पुनर्वास के लिए जामनगर के वानतारा सेंटर में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया गया था। यह आदेश पशु कल्याण संगठनों की याचिका पर आया था, जिन्होंने महादेवी की खराब सेहत और जहर से बचाने के लिए कदम उठाए थे।
वनतारा का प्रस्ताव
वनतारा ने महादेवी को वापस कोल्हापुर लाने के लिए एक पुनर्वास केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है। इस केंद्र में विशेषज्ञ हाइड्रोथेरेपी पूल, लेजर थेरेपी और उपचार कक्ष, और 24×7 पशु चिकित्सा देखभाल जैसी सुविधाएं होंगी। वानतारा ने आश्वस्त किया है कि वे महादेवी की सुरक्षित और गरिमापूर्ण वापसी के लिए पूर्ण तकनीकी और पशु चिकित्सा सहायता प्रदान करेंगे।
कई लोगों ने महादेवी की वापसी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। कोल्हापुर के लोगों ने 45 किलोमीटर की शांत मार्च निकाली और सरकार से महादेवी को वापस लाने की मांग की। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि सरकार इस मामले में हस्तक्षेप करेगी और महादेवी को वापस कोल्हापुर लाने के लिए कानूनी विकल्पों का पता लगाएगी। ¹ ²