“प्रभु श्री राम खुद कंधा देने आए…” अरुण गोविल ने उठाई शामली एनकाउंटर के शहीद STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार की अर्थी, भावुक हो गए लोग

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,24 जनवरी।
शामली में हुए एनकाउंटर में शहीद हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों की भावनाएँ उमड़ पड़ीं। यह घटना न केवल पुलिस बल के लिए, बल्कि समस्त राष्ट्र के लिए एक गहरी क्षति है। शहीद इंस्पेक्टर की अंतिम यात्रा में रामायण के प्रसिद्ध अभिनेता अरुण गोविल, जो प्रभु श्रीराम के किरदार के लिए मशहूर हैं, ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने स्वयं इंस्पेक्टर सुनील कुमार की अर्थी को कंधा दिया, जिससे हर किसी की आँखों में आंसू थे और यह दृश्य एक भावुक पल बन गया।

शहीद STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार का बलिदान

STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने अपनी जान की परवाह किए बिना पुलिस और अपराधियों के बीच हुई मुठभेड़ में अपने कर्तव्य का निर्वाह किया। उन्होंने शामली जिले में मुठभेड़ के दौरान बहादुरी से काम किया, जिसमें वे वीरगति को प्राप्त हुए। सुनील कुमार की शहादत ने न केवल उनके परिवार को तोड़ा, बल्कि पूरे पुलिस विभाग और समाज को भी गहरे शोक में डाल दिया।

अरुण गोविल का भावुक पल

रामायण के प्रसिद्ध अभिनेता अरुण गोविल, जिन्हें श्रीराम के रूप में घर-घर में पहचाना जाता है, ने शहीद इंस्पेक्टर की अंतिम यात्रा में भाग लिया। जैसे ही उन्होंने सुनील कुमार की अर्थी को कंधा दिया, लोगों का दिल भर आया और हर कोई श्रद्धा से नतमस्तक हो गया। यह दृश्य कुछ ऐसा था, जैसे प्रभु श्रीराम स्वयं इस बलिदानी को कंधा देने आए हों।

अरुण गोविल ने कहा, “यह पल शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। इंस्पेक्टर सुनील कुमार का बलिदान हमारी प्रेरणा है। हम सबको अपने देश के लिए उनकी तरह निष्ठा और साहस के साथ काम करना चाहिए।”

लोगों का भावुक श्रद्धांजलि

शहीद इंस्पेक्टर के अंतिम संस्कार के दौरान, पूरे इलाके में गहरा शोक था। स्थानीय लोग और पुलिसकर्मी भावुक हो गए थे, क्योंकि इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने हमेशा अपनी ड्यूटी को सर्वोच्च प्राथमिकता दी थी। उनके बलिदान को याद करते हुए कई लोग आँसू बहाते हुए उनकी वीरता की सराहना कर रहे थे।

स्थानीय नेताओं, पुलिस अधिकारियों और समाज के विभिन्न वर्गों ने शहीद इंस्पेक्टर को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनकी शहादत ने यह सिद्ध कर दिया कि देश की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देना किसी भी बलिदान से बड़ा है।

समाज में प्रेरणा का स्रोत

इंस्पेक्टर सुनील कुमार का बलिदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन जाएगा। उनके साहस और देशभक्ति की कहानी हर दिल में गूंजेगी। समाज को यह समझने की जरूरत है कि एक पुलिसकर्मी अपने परिवार और व्यक्तिगत जीवन को एक तरफ रखते हुए समाज की सुरक्षा और शांति के लिए हमेशा तत्पर रहता है।

“धरती को ऐसे वीरों की हमेशा जरूरत रहती है, जो अपने प्राणों की आहुति देकर देश की सेवा करते हैं,” यह शब्द उनके बलिदान को याद करते हुए हर किसी के दिल में गूंज रहे हैं।

निष्कर्ष

आज अरुण गोविल जैसे मान्यता प्राप्त और लोकप्रिय अभिनेता द्वारा शहीद इंस्पेक्टर सुनील कुमार को श्रद्धांजलि देना न केवल उनकी बहादुरी को सम्मानित करने का तरीका था, बल्कि यह हमें यह भी याद दिलाता है कि हमारे समाज में ऐसे लोग हैं, जिनकी कड़ी मेहनत और बलिदान से हम सुरक्षित और संरक्षित रहते हैं। उनका बलिदान सदैव स्मरणीय रहेगा।

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