अरुणाचल में भाजपा, सिक्किम में SKM की प्रचंड जीत, 40 साल में पहली बार पवन कुमार चामलिंग को मिली हार

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 3जून। अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभा चुनाव के नतीजे रविवार को जारी किए गए. अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी तो सिक्किम में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) ने प्रचंड जीत हासिल की. दोनों ही राज्यों में सत्तारूढ़ दलों की वापसी हुई है.

भारतीय जनता पार्टी ने अरुणाचल प्रदेश की 60 सदस्यीय विधानसभा में 46 सीट जीतकर लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी की, पार्टी को 2019 की तुलना में चार अधिक सीटें मिली.

विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विपक्षी दलों, विशेषकर कांग्रेस का सफाया कर दिया जिसके खाते में केवल एक सीट आई और यह एनपीपी (5), राकांपा (3) तथा पीपीए (2) के बाद पांचवें स्थान पर खिसक गई. तीन सीट निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में गईं.

मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा कि उगते सूरज की भूमि अरुणाचल प्रदेश में जैसा हुआ है वैसा ही चार जून को देश के अन्य हिस्सों में होगा जब लोकसभा चुनाव के लिए मतों की गिनती होगी. खांडू ने कहा, ‘यह भाजपा और पूरे अरुणाचल प्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है. अरुणाचल प्रदेश के लोगों ने घोषणा की है कि वे चाहते हैं कि भाजपा अगले पांच वर्षों तक सत्ता में रहे.’

पीएम मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रचंड जीत के लिए अरुणाचल प्रदेश के लोगों को बधाई दी. पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘धन्यवाद अरुणाचल प्रदेश. इस अद्भुत राज्य के लोगों ने विकास की राजनीति को स्पष्ट जनादेश दिया है. राज्य में भाजपा के प्रति फिर से अपना विश्वास जताने के लिए उनका आभार. हमारी पार्टी राज्य के विकास के लिए और भी अधिक उत्साह के साथ काम करती रहेगी.’

नए मंत्रिमंडल के गठन से जुड़े एक सवाल पर खांडू ने कहा कि चार जून को लोकसभा चुनाव की मतगणना के बाद वह पार्टी के सभी विजयी उम्मीदवारों की बैठक बुलाएंगे जहां मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में फैसला किया जाएगा. भाजपा का मत प्रतिशत जहां 54.57 रहा, वहीं शिक्षा मंत्री तबा तेदिर सहित पार्टी के 14 उम्मीदवार इस बार हार गए.

सिक्किम में एसकेएम की बड़ी जीत
वहीं, सिक्किम में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) लगातार दूसरी बार सत्ता में लौटी. उसने 32-सदस्यीय विधानसभा में 31 सीट पर जीत दर्ज की. एसकेएम के प्रमुख एवं मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने राज्य विधानसभा चुनाव में पार्टी की शानदार जीत का श्रेय एसकेएम कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत और उनकी सरकार के प्रति लोगों के भरोसे को दिया.

तमांग ने रहेनोक और सोरेंग-चाकुंग निर्वाचन क्षेत्रों से जीत हासिल की. एसकेएम ने 2019 में 17 सीट जीती थीं और सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) को सत्ता से हटा दिया था, जो लगातार 25 साल तक राज्य में सत्ता में रही थी.

प्रधानमंत्री ने एसकेएम को दी शुभकामनाएं
पीएम मोदी ने सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा को जीत पर बधाई दी. उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘सिक्किम विधानसभा चुनाव 2024 में जीत के लिए एसकेएम और सीएम प्रेम सिंह तमांग को बधाई. मैं आने वाले समय में सिक्किम की प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करने की आशा करता हूं.’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सिक्किम में 31 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ा, लेकिन वह एक भी सीट नहीं जीत पायी. राज्य के निवर्तमान सदन में उसके 12 सदस्य थे.

पवन कुमार चामलिंग हारे चुनाव
सिक्किम में पांच बार मुख्यमंत्री रहे पवन कुमार चामलिंग अपने शिष्य से चिर प्रतिद्वंद्वी बने प्रेम सिंह तमांग की एसकेएम के हाथों मिली करारी हार के बाद लगभग 40 वर्षों में यह पहला मौका है जब वह विधानसभा में नहीं पहुंच सके हैं. 73 वर्षीय एसडीएफ प्रमुख चामलिंग दो सीटों पर चुनाव लड़े और उन्हें दोनों पर हार का सामना करना पड़ा.

बाईचुंग भूटिया को मिली मात
भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान और सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) के उपाध्यक्ष बाईचुंग भूटिया नामची जिले के बारफंग विधानसभा क्षेत्र से एसकेएम के रिक्षल दोरजी भूटिया से हार गए. सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) के उम्मीदवार को 8,358 वोट मिले, जबकि बाईचुंग भूटिया को 4,012 वोट मिले.

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