चैत्र नवरात्रि विशेष : मां दुर्गा की पूजा में 9 अंक क्यों होता है खास? जानें इसका धार्मिक महत्व

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 10अप्रैल। चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 9 अप्रैल 2024 से हो गई है और इस दौरान मां दुर्गा की अराधना की जाती है. नवरात्रि का यह पर्व बहुत ही खास व महत्वपूर्ण होता है क्योंकि मान्यता है कि इस दौरान यदि मां दुर्गा अपने भक्तों से प्रसन्न हो जाएं तो उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं. 9 दिनों तक चलने वाले नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 अलग-अलग स्वरूपों का पूजन किया जाता है और मां दुर्गा की पूजा में अंक 9 का भी विशेष महत्व होता है. आइए जानते हैं नवरात्रि में अंक 9 का क्या महत्व है?

नवरात्रि में अंक 9 का महत्व
. नवरात्रि शब्द दो अलग-अलग शब्दों से मिलकर बना है, जिसमें नव और रात्रि शामिल है. जिसका मतलब है 9 रात्रियों वाला पर्व. हिंदू धर्म में नवरात्रि की 9 रातें काफी खास होती हैं और इस दौरान मां दुर्गा की अराधना की जाती है. इस दौरान मां दुर्गा के 9 स्वरूपों का पूजन होता है.

. हिंदू धर्म में ही नहीं, बल्कि जीवन में भी अंक 9 का विशेष महत्व है. वहीं ग्रहों की बात करें तो ज्योतिष शास्त्र में भी 9 ग्रह हैं और 9 ग्रहों का सीधा संबंध मां दुर्गा के 9 स्वरूपों से हैं. सृष्टि की आकृति जिन भौतिक ऊर्जाओं के आधार पर बनती हैं वह ऊर्जाएं भी कुल 9 हैं.

. इतना ही नहीं, एक महिला जब गर्भ धारण करती हैं तो बच्चे को अपनी कोख में 9 महीने तक रखती हैं और इस दौरान बच्चे का पूरा विकास होता. 9 महीने की गर्भावस्था के बाद एक बच्चे का जन्म होता है. इसलिए मां को देवी का स्थान दिया गया है.

. इतना ही नहीं, पृथ्वी और सृष्टि के स्वरूप पर 9 प्रकार के होते हैं. साथ ही स्त्री की अवस्थाएं, गुण और मानव मन के भाव भी 9 होते हैं.

नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 स्वरूप
1. शैलपुत्री
2. ब्रह्मचारिणी
3. चंद्रघंटा
4. कुष्मांडा
5. स्कंदमाता
6. कात्यायनी
7. कालरात्रि
8. महागौरी
9. सिद्धिदात्री

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