समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,08 फरवरी। माघ माह की अमावस्या तिथि को मौनी अमावस्या कहा जाता है और इस दिन गंगा में स्नान व दान का विशेष महत्व माना गया है. पंचांग के अनुसार इस साल मौनी अमावस्या तिथि 9 फरवरी को सुबह 8 बजकर 2 मिनट पर शुरू होगी और 10 फरवरी को सुबह 4 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में गंगा स्नान व दान 9 फरवरी को किया जाएगा. मौनी अमावस्या के दिन मौन व्रत रखने का भी विशेष महत्व माना गया है और कहते हैं कि इससे मन को शांति मिलती है. साथ ही मन में आए बुरे विचार भी दूर होते हैं.
मौनी अमावस्या 2024 शुभ संयोग
9 फरवरी को मौनी अमावस्या के दिन कई शुभ संयोग बन रहे हैं. जिनमें सबसे खास सर्वार्थ सिद्धि योग है जिसे बहुत ही शुभ माना जाता है. मौनी अमावस्या के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 7 बजकर 5 मिनट से लेकर रात को 11 बजकर 29 मिनट पर समाप्त होगी. मान्यता है कि यदि सर्वार्थ सिद्धि योग में पूजा-पाठ किया जाए तो शुभ फल प्राप्त होता है और पितर भी प्रसन्न होकर अपना आशीर्वाद देते हैं.
मौनी अमावस्या के दिन क्या करें?
. मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए.
. स्नान करने के बाद तिल, तिल के लड्डू, तिल का तेल, आंवला, कपड़े आदि का दान करें.
. यदि संभव हो साधु, महात्मा, ब्राह्मणों को भोजन कराएं. यथाशक्ति दान दें.
. इस दिन दान करने के अलावा इस दिन पितृ श्राद्ध किया जाता है.
. मौनी अमावस्या के दिन स्नान करते समय सबसे पहले जल को सिर पर डालना चाहिए और फिर स्नान करें.
. इस दिन व्रत रखते हैं तो फल और पानी ग्रहण किए जा सकते हैं.
मौनी अमावस्या के दिन क्या ना करें?
. इस दिन नहाते समय कुछ न बोलें, मौन रहें.
. मौनी अमावस्या के दिन घर में कलह ना होने दें और विवादों से भी दूर रहें.
. इस दिन व्रत रख रहे हैं तो शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए.
. सुबह देर तक नहीं सोना चाहिए. बिना नहाएं भोजन ना करें.
. इस दिन घर में नॉनवेज ना बनाएं और ना ही खाएं.