डिफेंस सेक्टर में भारत रचेगा इतिहास, यूएस, ब्रिटेन, रुस और फ्रांस के साथ ऐसे होगा खड़ा

अब भारत में होगा GE-414 सैन्य जेट इंजन का निर्माण, अमेरिका शेयर करेगा टेक्नोलॉजी

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 24जून। अब भारत में GE-414 सैन्य जेट इंजन का निर्माण होगा और अमेरिका टेक्नोलॉजी शेयर करेगा। अगर ये डील होती है तो भारत दुनिया की पांचवी महाशक्ति बन जाएगा जो जेट फाइटर इंजन का निर्माण करेगा. अबतक केवल अमेरिका, ब्रिटेन, रुस और फ्रांस इस सेक्टर में है. यहां तक टेक्नॉलिजी का दिग्गज खिलाड़ी समझे जाना वाला चीन भी जेट इंजन का खुद निर्माण नहीं करता है.

◆ भारत आने वाले कुछ सालों में रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन जाएगा.
◆ भारत ने 470 फाइटर जेट तैयार करने की योजना बनाई है, जिसकी पहली सीरीज फरवरी 2024 तक लॉन्च की जा सकती है.
◆ पहली सीरीज में लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस मार्क-1ए और मार्क-2 शामिल होंगे, जिसे अगले साल फरवरी में लॉन्च किया जा सकता है.
◆ 470 जेट में से 370 भारतीय वायु सेना के लिए तैयार किया जाना है. वहीं 100 ट्विन इंजन वाले जेट नौसेना के लिए भी बनाए जाएंगे.
◆ ये 470 जेट उन 114 जेट से अलग होंगे, जिन्हें भारतीय वायुसेना भारत में एक विदेशी भागीदार के साथ मिलकर बनाना चाहती है.

अबतक अमेरिका डिफेंस टेक्नॉलिजी को किसी के साथ शेयर करने से पहले सौ बार सोच रहा था. यहां तक की अमेरिका ने अपने पार्टनर देशों के साथ भी डिफेंस की टेक्नॉलिजी शेयर नही की है.

■ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे पर सबकी नजरें टिकी हैं. यूं तो पीएम मोदी ने कई बार अमेरिका का दौरा किया है. लेकिन इस दौरे को डिफेंस सेक्टर के लिए काफी अहम माना जा रहा है.
■ भारत और अमेरिका फाइटर जेट इंजन पर मेगा डील करने जा रहे हैं. अगर ये डील होती है तो भारत दुनिया की पांचवी महाशक्ति बन जाएगा जो जेट फाइटर इंजन का निर्माण करेगा.
■ इस डील के जरिए मोदी सरकार अपने आत्मनिर्भर भारत के सपने को भी साकार करना चाहती है. अगर ये डील हो जाती है तो भारत एशिया में इकलौता ऐसा देश हो जाएगा जो जेट इंजन का निर्माण करेगा.
■ अबतक अमेरिका डिफेंस टेक्नॉलिजी को किसी के साथ शेयर करने से पहले सौ बार सोच रहा था. यहां तक की अमेरिका ने अपने पार्टनर देशों के साथ भी डिफेंस की टेक्नॉलिजी शेयर नही की है. लेकिन भारत अमेरिका के साथ जेट इंजन बनाने की टेक्नोलॉजी ट्रांसफर करने पर जोर दे रहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी महीने की 21 से 24 तक अमेरिका के दौरे पर हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने पीएम मोदी को स्टेट विजिट के लिए आमंत्रित किया था. इस डील के लिए भारत और अमेरिका में कंपनियां भी चुन ली गई है. भारत की तरफ से इसकी अगुवाई सरकारी कंपनी हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड करेगी. तो अमेरिका की तरफ से जनरल इलेक्ट्रिक रहेगी. इन दोनों कंपनियों की पार्टनरशिप के तहत दोनों कंपनियां मिलकर घरेलू स्तर पर फाइटर जेट इंजन का निर्माण करेगी।

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.