स्वीडन में प्रदर्शन के दौरान धार्मिक पुस्तक जलाने की कोशिश, ओरेब्रो शहर में भड़का दंगा

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समग्र समाचार सेवा

स्टॉकहोम, 17 अप्रैल। स्वीडन के ओरेब्रो शहर में एक धुर दक्षिणपंथी समूह के कथित तौर पर धार्मिक पुस्तक को जलाने के इरादे के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारी शुक्रवार को पुलिस से भिड़ गए, जिसमें 9 पुलिस अधिकारी घायल हो गए। ओरब्रो पुलिस ने भी एक बयान में कहा कि प्रदर्शनकारियों के हमले में उसके 9 अधिकारी घायल हुए हैं। स्वीडन के प्रतिष्ठित दैनिक अखबार अफ्टोंब्लाडेट ने पुलिस प्रवक्ता डायना कुदैब के हवाले से बताया कि हिंसक प्रदर्शनकारियों ने पुलिसवालों पर पत्थरबाजी की, जिसमें उन्हें काफी चोटें आईं। एक आम नागरिक भी सिर में पत्थर लगने से चोटिल हो गया।

लगभग 200 लोग इस प्रदर्शन में शामिल थे

स्थानीय मीडिया के अनुसार, लगभग 200 लोग इस प्रदर्शन में शामिल थे, पुलिस ने जिसे शाम तक तितर-बितर करने सफलता पाई। यह दूसरा दिन था जब डेनिश मूल के स्वीडिश रासमस पलुदान के नेतृत्व में अप्रवासी और इस्लामी विरोधी स्ट्राम कुर्स (हार्ड लाइन) आंदोलन की रैली में संघर्ष हुआ। स्वीडन के पूर्वी तट पर लिंकोपिंग शहर में गुरुवार को दंगा भड़कने के बाद 3 पुलिस अधिकारियों को अस्पताल ले जाना पड़ा था। यहां एक प्रदर्शन के दौरान धार्मिक पुस्तक जलाने की योजना थी। इस विरोध प्रदर्शन में 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

हिंसा हम स्वीकार नहीं करेंगेः प्रधानमंत्री

हिंसा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, स्वीडिश प्रधानमंत्री मैग्डेलेना एंडरसन ने कहा कि ‘स्वीडन में, लोगों को अपनी राय व्यक्त करने की अनुमति है, चाहे वे अच्छे या बुरे स्वाद में हों। यह हमारे लोकतंत्र का हिस्सा है। आप जो भी सोचते हैं, आपको कभी भी हिंसा का सहारा नहीं लेना चाहिए। हम इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे। यह ठीक उसी तरह की हिंसक प्रतिक्रिया है जो वह (रासमस पलुदान) देखना चाहता है। इसका उद्देश्य लोगों को एक-दूसरे के खिलाफ भड़काना है।’

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