एक तरह से वाराणसी संसदीय क्षेत्र पल-पल अपना चेहरा बदल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव 2019 के रण में फिर वाराणसी से नामाकंन दाखिल कर चुके हैं। इससे पहले गुरुवार को जब प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी में मेगा रोड शो कर रहे थे, तब उसी समय तेलंगाना के निज़ामाबाद से करीब 50 किसानों का एक जत्था बस पकड़कर वाराणसी पहुंचने के लिए बस में सवार हो रहा था। ताकि वो पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने के लिए अपना नामांकन दाखिल कर सकें। तेलेगांना के किसानों का यह प्रतीकात्मक रणनीति सता के खिलाफ विरोध का उबाल है।
वाराणसी लोकसभा सीट का मतदान आखिरी चरण में 19 मई को होगा और इसके लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 29 अप्रैल तय है। इसी को ध्यान में रखते हुए ये किसान तेलंगाना से वाराणसी पहुंचे हैं। गौरतलब है कि निज़ामाबाद सीट से राज्य की सीएम केसीआर की बेटी कविता चुनाव मैदान में हैं और उनके खिलाफ अब-तक 178 किसानों ने चुनाव लड़ने के लिए अपना पर्चा भर चुके हैं।
हालांकि कविता के खिलाफ नामांकन दाखिल करने वाले किसानों ने कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ किसानों का चुनाव लड़ना किसी तरह के समूह या संगठन का फैसला नहीं है। ये भी दावा किया जा रहा है कि ये किसान राज्य की सत्ताधारी पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति के समर्थक हैं।
किसानो ने समग्र भारत के साथ बातचीत करते हुए कहा है कि आज़ देश में खेती उपज पैदावार संकट में है। जिसके निराकरण के लिए सरकार कोई सकारात्मक पहल नहीं कर रही है। अपनी समस्यआो के प्रति किसान एकत्रित बेहतर रहे हैं, मदर किसानों को हालत बद्तर बनी है।।।।
