लगता है निर्भया बलात्कार के सभी आरोपियों को इस साल फांसी संभव

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।। निर्भया के दोषियों को फांसी देने की तिथि तय करने पर फैसला सुरक्षित, अगली सुनवाई 23 अप्रैल 2019 को।।
नयी दिल्ली। पटियाला हाउस अदालत ने निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्याकांड मामले में चारों दोषियों की फांसी की तारीख तय करने की मांग वाली याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। अदालत इस मामले में अगली सुनवाई 23 अप्रैल को करेगी। जिसमे फांसी देने की तारीखों पर फैसला संभव होने की उम्मीद है। 
निर्भया के दोषियों को जल्द फांसी देने की मांग उसके माता-पिता ने पटियाला हाउस अदालत में दायर की है। शनिवार को इस पर सुनवाई के दौरान अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। अगली सुनवाई के लिए अदालत ने 23 अप्रैल की तारीख तय कर दी। इस बीच, अदालत यह भी तय करेगी कि बगैर क्यूरेटिव याचिका के निपटारे के दोषियों को फांसी की तारीख तय की जा सकती है या नहीं।…उल्लेखनीय है कि 16 दिसंबर 2012 को मउनइरकईह के पास एक बस में सवार छग अपराधियों ने चलती बस में निर्भया के साथ जोर जबरदस्ती की थी। 48 घंटे के भीतर गाड़ी की पहचान कर ली गयी और सभी छह- अपराधियों को पकड़ लिया गया था। जिसमे एक लडका नाबालिग निकला और एक अपराधी ने तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में जीवित चारो आरोपी फिलहाल जेल में बंद होकर फांसी की प्रतीक्षा में है। उधर दुष्कर्म की शिकार निर्भया को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया। निर्भया के समर्थन में हजारों लोगों ने कड़कड़ाती ठंड में भी इसे अपार जनसमर्थन दिया। अपार भीड़ और बेशुमार समर्थन आंदोलन को देखकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने निर्भया के बेहतर इलाज के लिए सिंगापुर भेजा गया, जहां पर 28,0 दिसंबर 2012 को निर्भया की मौत हो गयी।  इस मामले की त्वरित कार्रवाई सुनवाई के लिए हाई स्पीड कोर्ट गठित की गई। लगातार सुनवाई बाद चार साल यानी 2016 में दुष्कर्म आरोपितों को सर्वोच्च न्यायालय ने  फांसी की सजा का ऐलान कर दिया गया। मगर कानूनी दांवपेंच क्षमा याचना और तारीख पे तारीख पे तारीख पे तारीख के जंजाल में उलझे इस केस मामले  के लगभग तीन साल होने वाले हैं फिर भी फांसी के फंदे में कानूनी दांवपेंच ही झुला झूल रही है। इस बीच निर्भया के साथ सबसे अधिक बर्बरता करने वाला नाबालिग सुकुमार अपराधी बाल सुधार गृह से तीन साल की सजा काटकर समाज की मुख्यधारा में कहीं खो गया है। अब लाख टके का सवाल है कि क्या चारो बलात्कारी बर्बर हत्यारों को इस साल के अंत अंत तक फांसी देने की सरकारी कारवाई संभव है? जिसकी उम्मीद में निर्भया के बुजुर्ग मां पापा  दर दर भटक रहे हैं। ।।।

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