अनामी शरण बबल
नयी दिल्ली/ चंडीगढ़। चौकीदार चोर है । कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों की धार को कुंद करने के लिए भाजपा ने चौकीदार को ही अपना मुद्दा और मैं हूं चौकीदार के भाजपा कार्यकर्ताओं के जोरदार अभियान के बूते इसकी धार को भोथर करने में जुट गयी है। चौकीदार अभियान को कुंद करने के लिए कांग्रेस ने पलटवार के रुप में बेरोजगार युवकों के मुद्दे को मुख्यधारा में लाते हुए मैं बेरोजगार के मुद्दे को सरकार के समक्ष रखा। चुनावी अभियान ‘मैं भी चौकीदार हूं’ को लेकर विरोधियों पर हमला किया है।
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज मैं भी चौकीदार हूं एक जन आंदोलन बन गया है। और अब तक एक करोड़ लोगों ने ऑनलाइन इस मुहिम से जुड़ने की शपथ ली है। साथ ही 31 मार्च को पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से 500 जगहों पर इस अभियान से जुड़ने वाले लोगों से बात करेंगे। यानी चौकीदार अभियान पर अपना पक्ष रखेंगे। चौकीदार के खिलाफ बेरोजगार अभियान ने एकाएक कांग्रेस की टीआरपी बढ़ा दी है। मोदी सरकार से नाराज बेरोजगार युवकों ने मैं भी बेरोजगार अभियान का समर्थन करके मोदी सरकार के चौकीदार की धार को कुंद करने की कोशिश की हैं।
रविशंकर प्रसाद ने कहा, ”31 मार्च को पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश के 500 जगहों से अलग अलग तरह के चौकीदारों से बात करेंगे, ये वो लोग हैं जिन्होंने मैं भी चौकीदार हूं अभियान से जुड़ने की शपथ ली है।
नरेंद्र मोदी के ‘मैं भी चौकीदार हूं’ अभियान पर तल्ख प्रतिक्रिया करने वालों पर हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने भी हमला बोला है। अनिल विज ने कहा कि हमने अपने नाम के आगे चौकीदार लगाया है तुम भी पप्पू रख लो, किसने रोका है। विज का यह ट्वीट राजनैतिक गलियारों में चर्चा और विवाद का विषय बना हुआ है।
विज ने कहा कि सारी जिंदगी अमीरी में काटने वाली प्रियंका गांधी को अमीर गरीब का फर्क क्या पता, चौकीदार की जरूरत सबको होती है। किसान भी अपने खेत में चौकीदार रखता है, पक्षियों से अपने अनाज को बचाने के लिए उन्हें भी चौकीदार चाहिए। विज ने कहा प्रियंका अभी अभी महलों से निकल कर आई हैं उन्हें इस देश की कोई जानकारी नहीं। भाजपा ने पप्पू के साथ बेल पर चलने वाले कांग्रेस अध्यक्ष परिवार पर हमला किया है। भाजपा ने कांग्रेसियों को मैं बेल पर अभियान चलाने की सलाह दी है। तो कांग्रेस ने प्रधानमंत्र मोदी पर दलबदलू नेता की तरह पहले चायवाला के नाम पर वोट मांगने का आरोप लगाया,और इस बार चायवाले को धकियाकर चौकीदार बन जाने का आरोप लगाया। मालूम हो कि मैं चौकीदार कंपेन पर चौकीदार संगठनों ने आपत्ति की है, वही चायवाले की बेवफाई से देश के चाय बेचने वाले दुकानदारों को ठगा हुआ सा महसूस हो रहा है। देखना दिलचस्प होगा कि इस अभियान का अंत क्या होगा??