अनामी शरण बबल
** ढेरों जांच परीक्षण से गुजरना होगा अभिनंदन को।जिसमे इनको खरा उतरना होगा, फेल होने पर जा सकती है अभिनंदन की नौकरी।लाई टेस्ट से भी गुजरना होगा, खरे नहीं उतरे अभिनंदन तो फिर सेना की नौकरी भी जा सकती है। दर्जनों तरह की पूछताछ से गुजरना होगा। लाई टेस्ट और माइंड स्कैनिंग भी होगी।साबित करना होगा कि वे भारतीय सेना के ही हैं।पाक के गुप्तचर की भूमिका के संदेह को दूर करना होगा अभिनंदन कोकई तरह के संदेहों को दूर करके भरोसा लौटाना जरुरी है। ***
नयी दिल्ली। भारत के जांबाज बहादुर भारतीय विंग कमांडर पायलट अभिनंदन वर्धमान को आज देर शाम के बाद पाकिस्तान भारत को सौंप देगा। 27 फरवरी को उन्हें पाकिस्तानी सेना ने पाकिस्तानी सीमा क्षेत्र में पकड लिया था। इस घटना के जाहिर होने के बाद से भारतीयों ने उनके सकुशल वापसी के लिए प्रार्थना और दवाब बनाना शुरू कर दिया था। लेकिन पाकिस्तान सेना की हिरासत से आजाद होकर स्वदेश लौटने के बाद अभिनंदन को अगले कुछ सप्ताह अब काफी चुनौती भरे होंगे। उन्हें कई तरह के टेस्ट और सख्त सघन पूछताछ से भी गुजरना होगा। इसमें कुछ टेस्ट ऐसे भी हैं , जिसमें अगर अभिनंदन उसमें कामयाब नहीं हुए तो उनको नौकरी से भी हाथ धोना पड़ सकता है। उनको दर्जनों पूछताछ में यह साबित और संतुष्ट करना होगा कि वे अभी भी पहले ही जैसे ईमानदार और निष्पक्ष निष्ठावान है। भारतीय वायुसेना के सख्त नियमों के तहत उन्हें कुछ अत्यंत आवश्यक और कठिन मानसिक मनोवैज्ञानिक परीक्षणों से गुजरना होगा। इस बारे में रिसर्च एंड एनॉलिसिस विंग रॉ के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने कहा, “अभिनंदन को वापस लौटने के बाद कई तरह की कठिन परीक्षाओं से गुजरना होगा। ये बेशक अच्छा नहीं होता है लेकिन इंडियन एयरफोर्स नियम-कानून काफी सख्त हैं, और इसमें किसी को भी किसी तरह की कोई रियायत कभी नहीं दी जाती है। उन्हें युद्ध के दौरान दूसरे देश में पकड़े जाने के बाद वापस लौटने वाले टेस्ट से गुजरना ही होगा। इसका कोई विकल्प नहीं होगा।”
सेना के वरिष्ठ अधिकारीयों के अनुसार, “निश्चित तौर पर अभिनंदन एक जीवट वाले बहादुर इंसान हैं। उन्होंने पाकिस्तान के एफ-16 फाइटर जेट का सामना 1970 के दशक में बने पुराने मिग-21 लड़ाकू विमान से किया। भारतीय रक्षा संस्थान अभिनंदन की बहादुरी के लिए हमेशा उनका सम्मान करेगी। लेकिन उन्हें पूछताछ से कोई रियायत नहीं मिलने वाली है। सूत्रों के मुताबिक दो तीन तक उनकी चिकित्सा और बेहतर सेहत के लिए छोड़ दिया जाएगा। अपने परिवार के साथ उनको संतुलित होने का मौका दिया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार मेडिकल जांच के बाद पाकिस्तान अभिनंदन को रेडक्रॉस के हवाले करेगा। जो भारतीय सेना को सौंपेगी। जहां पर उनको विमान से दिल्ली लाया जाएगा। अगले दो तीन दिन में उनकी सेहत पर खासा ध्यान दिया जाएगा। पूरी तरह सेहतमंद करआरब दिए जाने के बाद अगले दो सप्ताह तक उनकी सघन पूछताछ की जाएगी। जिसमें उनको खरा उतरना होगा और अपने अधिकारियों को यकीन दिलाना होगा कि वे आज भी खरा सोना हैं। मगर इस परीक्षण के साथ सबसे कड़वी हकीकत यह भी है कि देशभर में तमाम अभिनंदन स्वागत सत्कार और नामवरी के बावजूद यदि अभइनंह यदि इन परीक्षणों में फेल कर गए तो उनको सेना की अपनी नौकरी से भी हाथ धोना पड़ सकता है। ।।