राजस्थान में स्वाइन फ्लू से होने वाली मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। प्रदेश में मौत का तांडव कर रहे स्वाइन फ्लू से अब तक 112 पीड़ितों की मौत हो चुकी है। पॉजिटिव मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. प्रदेशभर में स्वाइन फ्लू के 3020 पॉजिटिव केस अब तक सामने आ चुके हैं हजारों मरीजों का उपचार निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम में भी हो रहा है। मोटे तौर पर दुरस्थ गांवों कस्बों में भी हजारों मरीजों के स्वाइन फ्लू से पीड़ित होने की आंशका है। जिन तक सही उपचार नहीं पहुंचा है। भाजपा समेत कई संगठनों का आरोप है कि सूबे में स्वाइन फ्लू मौत का तांडव रूप ले चुका है , फिर भी राज्य सरकार सबों तक इलाज नहीं दे पा रही है।
फाइल क्यों रोकी गई बताएं ? ‘सामाजिक जवाबदेही बिल’ तैयार, जल्द हो सकता है लागू। तेज सर्दी के चलते स्वाइन फ्लू का असर भी बढ़ा है. सोमवार को प्रदेश में एक ही दिन में स्वाइन फ्लू पीड़ित पांच रोगियों की मौत हो गई. ये मौतें अलग-अलग जिलों में हुई हैं. जयपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, उदयपुर और चित्तौडगढ में स्वाइन फ्लू पीड़ित एक-एक रोगी की मौत दर्ज की गई है. दूसरी तरफ एक ही दिन में 79 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं। राज्य सरकार इसे निपटने में विफल रही है। चिकित्सा विभाग भी इलाज की समुचित व्यवस्था करने में विफल रही है। जिससे राजस्थान में स्वाइन फ्लू डेथ फ्लू की तरह मरीजों को आतंकित करने लगा है।।
