प्रयाग महाकुंभ में आज-कल

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अयोध्या जन्मभूमि पर 21 फरवरी को शिलान्यास

वसंत पंचमी के तीसरे और आखिरी शाही स्नान के बाद सोमवार को द्वारिका-शारदा, ज्योतिष पीठ के के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने एक बडा ऐलान किया है। उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए रामाग्रह यात्रा निकालने का एलान किया। रामाग्रह यात्रा के तहत वह राम मंदिर के शिलान्यास के लिए 17 फरवरी को प्रयागराज से अयोध्या के लिए संतों-भक्तों भारी भीड़ के साथ कूच करेंगे। 21 फरवरी को अयोध्या में शुभ मुहूर्त में जन्मभूमि पर श्रीराम यंत्र की स्थापना और इष्टिका न्यास होगा।
रामाग्रह यात्रा के संयोजकों के नाम भी तय किए गए। शंकराचार्य ने कहा कि हाईकोर्ट ने रामलला जिस जगह विराजमान हैं, उसको राम जन्मभूमि माना है। जबतक इसके विपरीत कोर्ट का कोई फैसला नहीं आता, तबतक वहां जाना न्यायालय के आदेश की अवज्ञा नहीं माना जा सकती।। इस विवाद से बचने के लिए शिलान्यास की यह महज एक औपचारिकता भर है। मगर देखना है कि राज्य सरकार संतो महात्माओं के मन की इस मुराद पर क्या फैसला लेगी। ***   
हजारों अतिरिक्त बसों का संचालन
कुंभ मेले के तीसरे और आखिरी शाही स्नान पर्व पर रेलवे ने इलाहाबाद जंक्शन, इलाहाबाद सिटी, प्रयाग जंक्शन, झूंसी आदि रेलवे स्टेशनों से 59 स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया है। रेलवे ने मौनी अमावस्या की भीड़ के हिसाब से तैयारियां की थीं। हालांकि, पंचमी पर भीड़ कम जुटी। ऐसे में रेलवे ने शहर के विभिन्न रेलवे स्टेशनों से समय-सारिणी की बजाय भीड़ बढ़ने पर स्पेशल ट्रेनें चलाईं। उधर, रोडवेज ने भी चार हजार से अधिक बसें भी यात्रियों को लेकर विभिन्न स्थानों के लिए रवाना हुईं। शटल बसों से भी हजारों यात्रियों ने शहर के अंदर फ्री सफर किया।बसंत पंचमी नहान के बाद लौटने वालों श्रद्धालुओं से नौचंदी, प्रयागराज एक्सप्रेस, कालका मेल, कामायनी, चौरीचौरा एक्सप्रेस समेत तमाम ट्रेनों के स्लीपर कोच जनरल कोच में तब्दील हो गए। काफी संख्या में श्रद्धालु इन ट्रेनों के एसी कोच में भी घुस गए। शाम छह बजे तक ही रेलवे ने विभिन्न स्थानों के लिए 59 स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर दिया। इस दौरान उत्तर मध्य रेलवे की ओर से 40, उत्तर रेलवे की ओर से सात एवं पूर्वोत्तर रेलवे की ओर से कुल 12 ट्रेनों का संचालन किया गया।…
कुंभ 2019: पहली बार हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा
 प्रयाग महा कुंभ में पहली बार ऐसा स्वागत पाकर लाखों यात्री संत महात्मा सब खुश होकर निहाल और गदगद हैं। इस खुशी का स्नानार्थियों ने खुलकर अभिनंदन भी किया। रास्ते भर एक दूसरे से इसकी चर्चा भी करते हैं। प्रयागराज के अभी तक के कुंभ में ऐसा पहली बार हो रहा है कि जब स्नान के समय हेलीकाप्टर के जरिए कई-कई बार पुष्प वर्षा हो रही है। संगम क्षेत्र में जहां हर कोई डुबकी लगाने को आतुर था, वहीं पर अपने ऊपर बरसते फूलों को पाने के लिए स्नानार्थी दोनों हाथ ऊपर उठाए खड़े रहे। पुष्प वर्षा के दौरान बच्चे से लेकर बुजुर्ग सभी के चेहरे पर अजीब सी खुशी देखी गई। कुंभ प्रबंधन की इस व्यवस्था से सभी भावविह्वल विभोर हो उठे।।
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