खुद को बताया रामविलास पासवान का पर्सनल सेक्रेटरी, नौकरी के नाम पर ठगे 55 लाख*
नयी दिल्ली। राजनीति की बड़ी मोह माया है। तिलिस्म ऐसा कि दिल्ली से दूर दराज के लोग तो मंत्री तो दूर मंत्री के निजी सहायक के नाम और बातें सुनकर ही विश्वास करने लगते हैं । ऐसा ही एक ठगी का मामला बिहार के दलित नेता और केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है । खुद को लोजपा नेता पासवान का पर्सनल असिसटेंट/ पर्सनल सेक्रेटरी बता कर शिक्षा संकुल में भर्ती कराने के नाम पर झुंझुनूं के एक दर्जन युवाओं से 55 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. पीड़ित ने कोतवाली में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है. इसमें लोक जनशक्ति पार्टी का गुजरात का नेता भी शामिल है।
पुलिस के अनुसार गांव ढाणी निवासी राहुल ने आरोप लगाया है कि मुकुंदगढ़ निवासी संतोष कुमार ने अपने को केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का पर्सनल सेक्रेटरी बताते हुए शिक्षा संकुल में नौकरी लगाने का झांसा दिया था और उसने एक-एक व्यक्ति से साढ़े चार लाख रुपए वसूले थे। कईयों का गैंग बनाकर पासवान के करीबी होने का धौंस जमाते रहे। ठगों ने नौकरी के लिए और बेरोजगारों को इकठ्ठा करने की सलाह दी।इस तरह ठगों ने बेकारों से कोई 55 लाख रूपए लिए। चंद माह के अंदर नौकरी दिलाने का दावा करके लोजपा के ठग कार्यकर्ता फरार हो गए। ठगी के शिकार बने युवकों ने दिल्ली में लोजपा नेता पासवान के घर पर दस्तक दी। लोजपा की सहमति के बाद ठगों के खिलाफ थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कराया। राजस्थान पुलिस तहकीकात में जुटी है। देखना है कि अंततः क्या मिस्टर नटवरलालों का यंग गिरोह क्या पुलिस की पकड़ में क्या आएगी?