भोपा/नयी दिल्ली। गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री रहने के बाद मध्य प्रदेश की राज्यपाल बनी आनंदीबेन पटेल ने रीवा में लोगों से यह आह्वान करके अपना मजाक और संवैधानिक पद की मर्यादा को विवादित कर दिया।जब रीवा में लोगों से यह अपील करती दिखी कि चुनाव में वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन करें। राज्यपाल आनंदीबेन ने कहा, ‘मोदी साहब का ध्यान रखना।’ राज्यपाल का यह विडियो अब सोशल मीडिया में वायरल हो गया है। उधर, कांग्रेस पार्टी ने राज्यपाल से इस्तीफे की मांग की है। कांग्रेस की मीडिया प्रभारी शोभा ओझा ने कहा, ‘वह एक संवैधानिक पोस्ट पर हैं और उन्हें ऐसे बयान नहीं देने चाहिए। इस विडियो के बाद राज्यपाल का चारों तरफ मजाक उड़ाया जा रहा है।
कांग्रेस ने राज्यपाल पर कटाक्ष किया है कि यदि वह बीजेपी कार्यकर्ता के रूप में काम करना चाहती हैं तो उन्हें इस्तीफा देकर लोकसभा चुनाव लड़ना चाहिए।’ आनंदीबेन ने शनिवार को रीवा सोलर पॉवर प्लांट का दौरा किया था जो एक समय में दुनिया का सबसे बड़ा प्लांट था। वह विंध्य क्षेत्र के दो दिन के दौरे पर हैं। विडियो में दिखाई दे रहा है कि ग्रामीण उनसे सोलर पॉवर प्लांट में जॉब दिलवाने की अपील करते हैं। उन्होंने अधिकारियों से एक सूची बनाने का निर्देश दिया। इस बीच कार्यक्रम से जाने से पहले राज्यपाल ने ग्रामीणों से कहा, ‘भविष्य में आपको इस तरह के और ज्यादा मौके मिलेंगे, लेकिन आपको प्रधानमंत्री मोदी का ध्यान रखना होगा।’
ऐसा पहली बार नहीं है कि आनंदीबेन ने विवाद को जन्म दिया हो। पिछले साल अप्रैल में उन्होंने बीजेपी वर्कर्स से कहा था, ‘यदि आप वोट चाहते हैं तो आपको बच्चों के घर जाना होगा। अपने हाथ उनके सिर पर रखने होंगे। इसके बाद ही आपको वोट मिलेंगे।’
कांग्रेस प्रवक्ता शोभा ओझा ने राज्यपाल श्री मती पटेल पर आरोप लगाया कि ‘मध्य प्रदेश विधानसभा को संबोधित करते समय भी राज्यपाल ने किसान कर्जमाफी के प्वॉइन्ट को नहीं पढ़ा था। राज्यपाल ने बीजेपी का नारा पढ़ा जो उनके लिखित भाषण का हिस्सा नहीं था। उन्हें तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।’
इस मामले को मुद्दा बनाने पर भाजपा के कैलाश विजयवर्गीय ने निंदा की है। वही सतारूढ़ कांग्रेस ने कहा कि इस मामले को भाजपा ही अपने आचार संहिता से तौलकर देखें।।।