अनामी शरण बबल
हिमाचल में बंपर सेब फसल की उम्मीद, 1400 चिलिंग आवर्स पूरे*
हिमाचल में हो रही भारी बर्फबारी से आम आदमी जहां त्राहिमाम त्राहिमाम हो रहा है, मगर इसी बर्फबारी से सेव के उत्पादक किसानों और कारोबारियों के चेहरे दमकने लगे हैं। सेव के बागवानों में इस बार भारी मात्रा में सेव होने की उम्मीद जगी है।
जनवरी में सेब पेड़ों के लिए जरूरी 1400 चिलिंग घंटे लगभग पूरे हो गए हैं। ऐसे मौसम ने बागवानों की पहली बड़ी चिंता दूर कर दी है और इस बार बंपर मात्रा में बहुत ही उम्दा किस्म के सेव की आस बढ़ गई है।
अगर फ्लावरिंग के समय मौसम ने इसी तरह साथ दिया तो इस साल के मुकाबले एक हजार करोड़ रुपये की अधिक फसल होने के आसार हैं। कृषि-बागवानी के लिए बर्फबारी और बारिश संजीवनी मानी जा रही है। आगामी सीजन में चार हजार करोड़ का प्रत्यक्ष और परोक्ष रुप से सेब कारोबार होने का अनुमान है। इससे प्रदेश के बागवान गदगद हैं।…और इस बार सेव को विदेशी बाजार में भी मांग बने रहने की उम्मीद है। अलबता बंपर पैदावार के चलते देशी बाजार में सेव के बेमोल रहने का भी डर है।ज्यादातर कारोबारी सेव की दे एक बडी खेप बाहर भेजना चाहते हैं ताकि बाजार में सेव भर जाने से पहले ठीक ठाक दाम पर कुछ सेव को विदेशी बाजार मिल जाएं। देखना है कि बंपर पैदावार से सेव की कीमतों और खपत पर क्या असर पड़ेगा। मोटे तौर पर हिमाचल प्रदेश सरकार के को चेहरे पर भी सेव की लाली से रंगीनी बढ़ सकती है।।।।।