सिरसा के पत्रकार और पूरा सच अखबार के संपादक रामचंद छत्रपति की डेरा सच्चा सौदा प्रमुख ने इसलिए हत्या करा दी थी क्योंकि दो साध्वियों के साथ हुए बलात्कार की खबर अपने अखबार में छाप दिया था। इस ख़बर के छपते ही पत्रकार रामचंद्र को धमकी मिलने लगी। इसके बावजूद पत्रकार रामचंद्र ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के खिलाफ अंदर की खबरें लिखते रहे। दिवंगत पत्रकार की बेटी श्रेयसी ने बताया कि मेरे पिता के लिए पत्रकारिता एक मिशन था। ख़बरें लिखते समय उन्होंने सच के आगे कभी नहीं झुके। इस हत्या के आरोप में सीबीआई अदालत ने पिछले सप्ताह ही चारो अभियुक्तों को दोषी करार दिया था।—-विशेष अदालत द्वारा आज डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के खिलाफ सजा सुनाए जाने के बाद गुरमीत राम रहीम सिंह को अब मरते दम तक जेल में ही बंद रहना पड़ेगा। हालांकि सीबीआई अदालत के फैसले के खिलाफ डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत सिंह को सुप्रीम कोर्ट तक जाने का विकल्प खुला है। मगर सबसे बड़ा सवाल है कि करोड़ों अनुयायियों के संत क्या अपने उपर लगे बलात्कार और हत्या के आरोप को आगे तक लेकर जाएंगे?