स्मार्ट मीटर बिलिंग सिस्टम
अगर सबकुछ ठीक-ठाक चलता रहा तो अगले साल से पावर सेक्टर में क्रांतिकारी बदलाव की संभावना है। बिजली बिल भेजने और बिल के लिए मीटर रीडिंग के लिए मीटर रीडरों पर निर्भरता समाप्त होने वाली है। प्रीपेड मोबाइल बिल की तरह हर पल मिलने या कभी भी बिल जानकारी मिलने वाली सिस्टम को लागू किया जाएगा। जिसके तहत् अब बिजली बिल उनके मोबाइल पर आ जाएगा। मोबाइल के मार्फत रोजाना की बिजली खपता और बिल को भुला उपभोक्ता जानते रहेंगे। इससे बिजली की चोरी और मीटरों में की जाने वाली
छेड़-छाड़ को भी रोका जा सकता है। वहीं आम नागरिकों को भी बिजली बिल संबंधी शिकायतों में कमी आएगी। स्मार्ट डिजिटल बिजली मीटरों के प्रोडक्शन सेमिनार को संबोधित करते हुए केंद्रीय पावर मंत्री आर के सिंह ने स्मार्ट पावर मीटर की कीमतों को नियंत्रित रखने पर सबसे ज्यादा जोर दिया। उन्होंने नियंत्रित क़ीमत होने के बावजूद इसके उत्पादन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर की बिलिंग सिस्टम से पूरा पावर सेक्टर बदल जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बदलाव को 2019 में एक पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत समीक्षा की जाएगी। जिसमें बिलिंग प्रणाली की तमाम व्यवस्था का परीक्षण किया जाएगा। हर चरणों के परीक्षण कौ सभी मानकों पर खरा उतरने के बाद ही मीटर को एनओसी दिया जाएगा। मीटर के साथ एक डिस्प्ले प्लेट भी लग होगा ताकि क इससे मीटर में खपत का जायजा लेना सरल किया जा सके।
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: बिजलीकरण की नयी सिस्टम् से देश भर के लाखो मीटर रीडिंग करने वालें रीडर बेकार हो जाएंगे। इस बाबत श्री सिंह ने कहा कि विभाग में लाखों पद खाली हैं। जिसपर मीटर रीडर को नियुक्त किया जा सकता है। यानी बिजली बिल को पाना और रिचार्ज कराना यदि इतना सरल हो जाएगा तों क्या आम आदमी की चिंता दिक्कतें और परेशानी वाकई क