देशी बाबा रामदेव का नया वस्त्र अवतार । दवाईयों मसालों के बाद अब कपड़ों के कारोबार में पतंजलि परिधान / अनामी शरण बबल
योगगुरु से अंतरराष्ट्रीय योगबाबा बनने वाले रामदेव का जमाना अब इतिहास की बात हो गयी है। नये जमाने की चमक दमक और कारोबार की असीम संभावनाओं के बीच योगगुरु रामदेव का नया अवतार सामने हैं। कारोबारी सेठ बिजनेसमैन या कॉर्पोरेट जगत के नये अरबपति संपदा के बिना किसी वैधानिक पद धारण किए पतंजलि के सबकुछ रामदेव का नया अवतार नया चेहरा आज सबके सामने है पतंजलि परिधान के नये ब्रांडेड वस्त्रों की दुनिया में हलचल मचाना ही योगबाबा उर्फ बिजनेसमैन रामदेव बाबा का नया मिशन हैं। राजधानी में अपने पहले विशाल स्टोर का उद्घाटन करते हुए पतंजलि परिधान के स्वामी रामदेव ने इसी साल के अंत तक 25 और मार्च 2019 तक पूरे देश में करीब 100 स्टोर खोलने का दावा किया है। पतंजलि परिधान में इस समय सभी प्रकार की करीब चार हजार नाना प्रकार के डिजाइन और ब्रांडेड कपड़ों का विशाल रेंज है। जिसमें और भी तमाम लोकप्रिय ब्रांडों के परिधानों को पतंजलि में लाया जाएगा। पतंजलि परिधान के उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मशहूर फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर ने भी इस स्टोर की विविधता में काफी रूचि ली। ===दिलचस्प है यह जानना कि योगगुरु की ज्यों-ज्यों अंतरराष्ट्रीय ख्याति बढ़ती रही ठीक उसी तरह योगगुरु रामदेव योग से दूर होते चले गये। अब वे शहर शहर में घूमकर सार्वजनिक तौर पर योग सम्मेलन कराने के ककहरे से काफी उपर उठ गये हैं। अब वै राष्ट्रपति प्रधानमंत्री से लेकर विभिन्न राज्यों के राजनिवास में एक साथ राज्यपाल मुख्यमंत्री और तमाम मंत्रियों को एक साथ योग कराते हुए टीवी पर दिखने लगे हैं। मगर पतंजलि दवाईयों मशालों दंतमंजनों आटा चावल घई दूध के विज्ञापन करते रामदेव का विज्ञापन कर्ता मॉडल को देखना सबसे आसान हो गया है। अपनी कंपनी के दर्जनों सामानों का प्रचार करने वाले मॉडल रामदेव इतने लोकप्रिय और सटीक प्रचार-प्रसारक हैं कि कभी-कभी तो इनकी तुलना इस सदी के सबसे महंगे सुपर स्टार महानायक अमिताभ बच्चन से करने में भी हर्ज नहीं दिखता। मोटे तौर पर बिगबॉस की केवल विज्ञापनों से आय दस करोड़ रुपये की है। मगर अलबत्ता देशभक्त और स्वदेशी को लोकप्रिय करने की कोशिश में लगे अरबपति बिजनेस पावर रामदेव के विज्ञापनों की राशि का कोई हिसाब किताब नहीं रखा जाता है।
= उल्लेखनीय है कि आयुर्वेदिक दवाईयों के साथ पतंजलि का कारोबार आरंभ किया गया था। आयुर्वेदिक दवाईयों च्यवनप्राश घी साबुन और टूथपेस्ट के विशाल रेंज के साथ योगगुरु रामदेव के विज्ञापनों ने पूरे देश में तहलका मचा दिया। सामानों की इतनी मांग बढी कि देशभर में हजारों पतंजलि स्टोर खुलने के बाद भी सभी थोक और खुदरा दुकानदारों के लिए सामान रखना जरूरी हो गया। विदेशी कंपनियों के खिलाफ शुरू से ही आग उगल रहे और उनके महंगे सामानों की जोरदार खिल्ली उडाते रहे। अपने आक्रामक शैली से रामदेव एक प्रभावशाली कम्यूनिकेटर साबित हुए। विदेशी ब्रांडेड सामानों के खिलाफ बोलते हुए रामदेव ने पतंजलि के कारोबार को सालाना बिजनेस कई लाख करोड़ तक में पहुचा दिया। दवाईयां के बाद घरेलू सामानों के सेकेंड फेज में आटा चावल दार मशालों से लेकर सभी बिस्कुट केचअप आदि के सैकड़ों रेंज को बाजार में पटक दिया। ज्यादातर रसोईघर में घुसकर पतंजलि उत्पादनों ने ज्यादातर विदेशी और देशी सामानों पर अपना कब्जा जमा लिया। दूध यानी सबसे शुद्ध गाय दूध को बाजार में लाकर हंगामा तो मचाया हैं, दूध को सर्वसुलभ करने की रणनीति का सामना करने के लिए पतंजलि अभी पूरी तरह तैयार नहीं है। यही कारण है कि पतंजलि दूध सबकी पहुंच में नहीं है। अलबत्ता अस्पतालों सरकारी स्कूलों शरणार्थी कैंपों अनाथाश्रमों या निर्धन स्थलों पर पतंजलि दूध का सुलभ होना हैरान करता है। हरिद्वार के जानकार सूत्रों का कहना है कि दूध के उत्पादन को जानबूझकर कम रखा गया है और उसे फिलहाल जरूरतमंदों तक ही उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके विस्तार की योजना को लंबित रखा गया है। इसी तरह चाऊमिन नूडल आदि बच्चों के लोकप्रिय खाद्यान्नों को बालसेहत पर गौर करते हुए इसकी लोकप्रियता को कम कर दिया गया। लंबे समय से दवाईयों और घरेलू रसोईघर के सामानों और यंग लडकियों सहित महिलाओं के सौंदर्यीकरण हेतू प्रसाधनों की सेल को कई हजार करोड़ रुपये में पहुंचाकर खड़ा कर दिया। खानपान और दवाईयों के बाजार से उपर उठते हुए योगगुरु रामदेव एक ही झटके में रेडीमेड कपड़ों के बाजार पर कब्जा जमाने का ऐलान कर दिया है। दिल्ली के प्रीतमपुरा इलाके में पतंजलि परिधान के पहले विशाल स्टोर का लोकार्पण किया। संस्कार नाम से पुरूषों के कपड़ों और आस्था नाम से महिलाओं बच्चों के लिए हजारों डिजाइन में डिजाइनदार कपड़ों को बाजार में उतारा है। पतंजलि परिधान के एक डिजाइनर ने बताया कि यहां के कपड़े बाजार से लगभग आधे मूल्य में दिए जाएंगे। इस मौके पर रामदेव ने भी कहा कि बाजार पर तो कब्जा करना ही है पर मेरा लक्ष्य सभी क्लास के लोगों की पहुंच पर पूरा फोकस है। गुणवत्ता डिजाइन सर्वोत्तम कपड़े पर पूरा ध्यान रखा गया है। पतंजलि परिधान में संस्कार के कपड़े पहनें और संस्कारी दिख। महिलाओं और यंग लड़कियों के लिए भी आस्था परिधान के कपड़े पहनो और देश के साथ-साथ घर परिवार समाज के लिए आस्थावान बनो। पतंजलि नीतियों की सराहना करते हुए रामदेव ने भरोसा जताया कि एक साल के भीतर ही देश में लड़के लड़कियों के परिधान को लेकर पूरा-पूरा नजरिया ही बदल दिया जाएगा। कपडों का मोहक कलेक्शन इतना सुंदर शानदार मनभावन आकर्षक मोहक और कम कीमतों में रखा जाएगा कि कोई इसके मोहपाश से बच नहीं सकता है। यानी योग से दुनियाभर में धमाल मचाने वाले बाबा रामदेव कपड़ों की ग्लैमरस संसार में घुसकर एकबार फिर धमालचौकडी का इरादा बना रहे हैं। देखना यही दिलचस्प होगा कि रंगबिरंगे कपडों और आभूषणों के प्रचार प्रसार के लिए क्या बाबा रामदेव भी अपना चोंगा बदलेंगे या निरे भदेस लहजे में ही डिजाइनर कपड़ों के प्रचार प्रसार में दिखेंगे? यानी एक मॉडल के रुप में भी रामदेव का महंती वेशभूषा ही एकबार फिर सब पर भारी दिखेगा।
