वॉशिंगटन, यूएसए: दक्षिण चीन सागर में गश्त के वक्त अमेरिकी नौसेना का जहाज डेकॉटर और चीनी जंगी जहाज लुयांग डेस्ट्रॉयर रविवार को विवादित स्प्रैटली आईलैंड के पास अचानक आमने-सामने आ गए। इस घटना के बाद दोनों देशों में तनाव बढ़ गया।
अमेरिकी रक्षा अधिकारियों के मुताबिक, घटना के वक्त दोनों जहाज महज 45 यार्ड (135 फीट) दूर रह गए थे। अमेरिकी समुद्री बेड़े के प्रवक्ता कैप्टन चार्ल्स ब्राउन ने इस घटना की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि जहाजों को टक्कर से बचाने के लिए अमेरिकी जहाज के कैप्टन ने हिम्मत दिखाई और हादसे को टाल दिया।
ब्राउन ने बताया कि चीनी जहाज विवादित इलाके में युद्धाभ्यास कर रहा था। इसके बाद उसे वह इलाका छोड़ने की चेतावनी दी गई। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय कानून की मंजूरी के मुताबिक, अमेरिकी सेना हर जगह अपनी उड़ान और गश्त जारी रखेगी।
12 साल समुद्र में बिताने वाले अमेरिकी नौसेना के पूर्व कप्तान कार्ल शचर ने बताया कि दोनों जहाजों के अचानक सामने आने के बाद कोई भी फैसला लेने के लिए कप्तानों को कुछ ही पल मिले। कार्ल ने बताया कि जहाजों के बीच की दूरी कम होने के बाद दोनों जहाजों के कप्तान घबरा गए थे।
चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू कियान ने बताया कि अमेरिका विवादित क्षेत्र में बार-बार अपने जंगी जहाज भेज रहा है। यह चीन की संप्रभुता और सुरक्षा के प्रति खतरा है। इसके लिए चीन की सेना हर हाल में अपने कर्तव्य का पालन करेगी।
कार्ल शचर ने कहा कि अमेरिकी जहाज के प्रति चीन काफी आक्रामक नीति अपना रहा है। दोनों देशों के जंगी जहाज आमने-सामने आने के बाद अमेरिका और चीन में तनाव बढ़ गया है। ऐसे में अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने अक्टूबर में होने वाली अपनी चीन यात्रा रद्द कर दी है।