गुरूग्राम, हरियाणा: इनोवेशन और क्रिएटिविटी की बदौलत देश और दुनिया में काफी अहम बदलाव देखने को मिल रहे हैं। जो भी देश इन चीजों में ध्यान दे रहा है वो तरक्की की ओर बढ़ रहा है। इसी को देखते हुए एमिटी युनिवर्सिटी गुरूग्राम ने 28 सितंबर को इनोवेशन डे मनाया।
हर साल होने वाले इस कार्यक्रम की इस बार की थीम “सेलिब्रेटिंग इनोवेशन एंड क्रिएटिविटी” रखी गई। जिसमें की छात्रों ने पोस्टर प्रदर्शनी और प्रोजेक्ट के माध्यम से काफी इनोवेटिव चीजें प्रस्तुत की। इस कार्यक्रम में छात्रों के अलावा देश भर से वैज्ञानिकों ने भी शिरकत की। कार्यक्रम में ह्यूमनॉयड रोबोट, वेट सेंसिंग फुटसोल केंद्र बिंदु बने।
इनोवेशन डे कार्यक्रम में अलग-अलग विश्वविद्यालयों से आए छात्रों ने 60 वर्किंग मॉडल और करीब 150 पोस्टर प्रेसेंटेशन की प्रदर्शनी की। जिसमें विद्यार्थियों ने अपने-अपने शोध और इनोवेशन के बारे में बताया।
संस्थानों के हैड ऑफ इंस्टीट्यूशन द्वारा प्रबंधन और ज्ञान उद्यम, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, चिकित्सा प्रौद्योगिकी, पर्यावरण विज्ञान, डिजिटल मीडिया, कानूनी और न्यायशास्र के क्षेत्र में होने वाली नवाचारों पर संक्षिप्त प्रस्तुति दी गई।
इस अफसर पर विश्व विख्यात बॉयोवैज्ञानिक डॉ राजेन्द्र प्रसाद द्वारा निर्मित लिपिड रिसर्च सैंटर का भी उद्धाटन किया। इसके साथ ही अतिथियों ने एमिटी युनिवर्सिटी गुरूग्राम पर आधारित क्रोनिकल एवं रिसर्च बुकलेट का भी विमोचन किया।
कार्यक्रम में एमिटी समूह के संस्थापक डॉ अशोक चौहान ने कहा कि मेरा सपना है कि भारत नई प्रतिभा की ताकत पर एक महाशक्ति के रूप में उभर कर आए। जीवन में शोध एवं नवोन्मेष का अर्थ तभी सार्थक होता है जब उसका लाभ आम आदमी को मिल सके।
विश्वविद्यालय के वाईस चांसलर प्रोफेसर पी बी शर्मा ने वर्तमान परिपेक्ष में नवोन्मेष एवं रचनात्मकता पर जोर देते हुए कहा कि हम नवोन्मेष और शोध के जरिए उद्यम, विकास एवं समाज की समस्याओं को सुलझाने में सहायता कर रहे हैं। हम शिक्षा और रिसर्च पर्यावरण में छात्रों को ज्ञान एवं नवोन्मेष की ताकत के पंख प्रदान कर रहे हैं।