बेंगलूरु, कर्नाटक: कर्नाटक निकाय चुनावों के नतीजे आने शुरू हो गए हैं, जिनमें कांग्रेस सबसे आगे चल रही है। चुनाव आयोग द्वारा 102 शहरी स्थानीय निकायों की कुल 2664 सीटों में से 2267 के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। यहां 31 अगस्त को मतदान हुआ था। घोषित नतीजों के हिसाब से 846 सीटों पर कांग्रेस जीती हैं। भाजपा के खाते में अभी तक 788 सीटें आई हैं। वहीं जेडीएस को 307 सीटें ही मिलीं है और 277 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते हैं। इन चुनावों में लगभग 36 लाख लोगों ने 3897 पोलिंग बूथों पर मतदान किया था।
कर्नाटक शहरी स्थानीय निकाय चुनाव परिणाम पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस पीछे नहीं है, कांटे की टक्कर है और यदि आप सेक्युलर वोटों को मिला दें तो इनकी संख्या सबसे ज्यादा होगी। ये चुनाव छोटे मुद्दों और स्थानीय कैंडिडेट्स पर आधारित हैं।
इस बार कर्नाटक निकाय चुनावों में नोटा का विकल्प भी शामिल किया गया था। चुनाव आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक, मतगणना के बाद शाम तक ही सही तरीके से नतीजे स्पष्ट हो पाएंगे। ज्ञात हो कि सोमवरपत, विराजपत और कुशालनगर में बाढ़ जैसे हालात के चलते वोटिंग नहीं हो पाई थी। इस पर चुनाव आयोग के कमिश्नर का कहना है कि हालात में सुधार होते ही यहां पर भी चुनाव होंगे।
गौरतलब है कि पिछले निकाय चुनावों में यहां कांग्रेस का पलड़ा भारी रहा था। 2013 में 4,976 सीटों के लिए निकाय चुनाव हुआ था, जिसमें से कांग्रेस ने 1960 सीटों के साथ जीत दर्ज की थी। वहीं भारतीय जनता पार्टी और जेडी-एस दोनों मिलकर सिफ्र 905 सीट ही जीत पाई थीं। देशभर में कांग्रेस के पिछले चुनावों में हुए प्रदर्शन को देखते हुए ये लगता है कि परिणाम में बड़ा उलटफेर हो सकता है।