कनाडा के टोरंटो शहर में यॉर्क प्रांत की मस्जिद में पाकिस्तानी मूल के इमाम जफर बंगाश मिसीसीसाउगा में कहा, ‘मैं आपसे यह कह सकता हूं, मैं पूरी मानवता और गर्व के साथ कहता हूं कि कश्मीर रिपोर्ट को तैयार करने में हमारी मुख्य भूमिका थी। यहां तक कि मैं तो खुद UNHCR के हाई कमिश्नर का व्यक्तिगत संवाददाता की तरह था। मैंने ई-मेल पर उनसे बात की थी, जिसमें उन्होंने मेरे पर्सनल ई-मेल पर जवाब दिया था कि वह लाइन ऑफ कंट्रोल के दोनों तरफ पहुंचना चाहते हैं। जिसका मतलब है कि आजाद कश्मीर और भारत द्वारा अधिकृत कश्मीर। बंगाश ने आगे कहा, मैंने पाकिस्तान में विदेश कार्यालय के प्रवक्ता नाफेस जकारिया से बात करने के बाद जैद राद को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कश्मीर पर जब रिपोर्ट बन रही थी, उस दौरान यूएनएचआरसी के हाई कमिश्नर उनसे संपर्क में थे, जिसमें उन्होंने कथित रूप से जम्मू कश्मीर में मानवाधिकार के हनन का उल्लेख किया है। यूएनएचआरसी की कश्मीर रिपोर्ट को भारत ने अस्विकार करते हुए इसे भ्रामक बताया था।
UNHCR ने पिछले माह कश्मीर और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघन पर अपनी पहली रिपोर्ट पेश करते हुए अंतरराष्ट्रीय जांच कराने की मांग की थी। भारत ने इस रिपोर्ट पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए भ्रामक, पक्षपातपूर्ण और पूर्वाग्रह से प्रेरित बताकर खारिज कर दिया था। विदेश मंत्रालय ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि रिपोर्ट पूरी तरह से पूर्वाग्रह से प्रेरित है और गलत तस्वीर पेश करने का प्रयास कर रही है।