बीजेपी की नीतियों और महंगाई को लेकर नाखुश हैं रामदेव, चुनाव प्रचार को भी ना

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नई दिल्ली: देश में बढ़ती महंगाई को लेकर योग गुरु बाबा रामदेव ने केंद्र सरकार पर तगड़ा हमला बोल दिया है। बाबा रामदेव ने देशभर में लगातार बढ़ रही महंगाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अगर इसपर शीघ्र नियंत्रण नहीं किया गया तो अगले आम चुनाव में मोदी सरकार के लिए यह महंगा सौदा साबित होगा। महंगाई से नाराज योग गुरु बाबा रामदेव ने  कहा कि वह 2019 में बीजेपी  के पक्ष में प्रचार नहीं करेंगे। गौरतलब है कि 2014 के चुनाव में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में प्रचार किया था।

जाहिर है बाबा मोदी सरकार की वापसी को लेकर आश्वत नहीं हैं। इसलिए उन्होंने अभी से बीजेपी से किनारा करना शुरू कर दिया है। अब तक मोदी सरकार की नीतियों की सराहना करनेवाले बाबा अब मोदी सरकार की नीतियों को लेकर सवाल उठाने लगे हैं। उन्होंने कहा कि महंगाई बहुत बड़ा मुद्दा है और मोदी जी को शीघ्र इसे नियंत्रित करना होगा। बाबा ने कहा कि प्रधानमंत्री को पेट्रोल और डीजल की कीमत समेत महंगाई को कम करने के लिए कदम उठाना शुरू करना होगा।

रामदेव ने कहा कि वह न तो दक्षिणपंथी हैं और न ही वामपंथी हैं। वह तो मध्यमार्गी हैं। रामदेव ने यह भी कहा कि वह प्रखर राष्ट्रवादी हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या वह बीजेपी के लिए प्रचार करेंगे तो उन्होंने कहा, ‘मैं क्यों करूंगा। मैं उनके लिये प्रचार नहीं करूंगा।’ उन्होंने कहा कि वो  राजनीति से अलग हो चुके हैं। सभी दलों के साथ हैं और खुद निर्दलीय हैं। योग गुरु ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना करना लोगों का ‘मौलिक अधिकार’ है। रामदेव ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन शुरू करके और कोई बड़ा घोटाला नहीं होने देकर उन्होंने ‘अच्छा काम’ किया है। उन्होंने कहा कि सरकार को पेट्रोल और डीजल को माल एवं सेवा कर के दायरे में लाना चाहिए और उन्हें इसे सबसे निचली श्रेणी में लाना चाहिए क्योंकि लोगों की जेब खाली हो रही है। उन्होंने कहा कि राजस्व हानि की वजह से देश चलना बंद नहीं हो जाएगा। इसकी भरपाई अमीरों पर अधिक कर लगाकर की जा सकती है।

रामदेव ने यह भी कहा कि बलात्कार के बढ़ते मामलों की वजह से कुछ लोगों द्वारा भारत को ‘रेप कैपिटल’ बताया जाना शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि इसे रोकने में योग मदद कर सकता है। उन्होंने कहा कि ‘नग्नता’ बढ़ते अपराध के लिए जिम्मेदार कारणों में से एक है। उन्होंने कहा कि आधुनिकता का मतलब यह नहीं है कि आप नग्नता का प्रदर्शन शुरू कर दें।

इसी बीच तेजस्वी यादव ने दिल्ली में योग गुरु और बिजनेसमैन बाबा रामदेव से मुलाकात की है। हालांकि राजद सूत्र इसे महज एक शिष्टाचार मुलाकात बता रहे हैं। वहीं, उनका ये भी कहना है कि दोनों के बीच देश की राजनीतिक स्थिति पर भी चर्चा हुई है। बाबा रामदेव और लालू परिवार की नजदीकियां किसी से छिपी नहीं है। लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप की शादी में बाबा रामदेव शामिल होने आए थे। इसके अलावा बाबा रामदेव बीमार लालू को भी देखने गए थे। देखा ऐसे में लालू परिवार से बाबा रामदेव की नजदीकी बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है।

गौरतलब है कि 2014 लोकसभा चुनाव से पहले बाबा रामदेव ने कांग्रेस के खिलाफ देश में माहौल बनाने में अहम भूनिका निभाई थी। जिसका लाभ बीजेपी को मिला था। 2014 के चुनाव में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में सक्रियता से प्रचार किया था। ऐसे में तेजस्वी यादव के साथ उनकी मुलाकात के बाद देश और बिहार की सियासत में एक नया मोड़ आ गया है। राजनीतिक गलियारे में इस मुलाकात की चर्चा हो रही है और इसके राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं।

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