नीतीश कैबिनेट में नए चेहरों को मौका, 20 मंत्री लेंगे शपथ
अनुभव और युवा जोश का समन्वय: श्रेयसी सिंह, रमा निषाद, रामकृपाल यादव मंत्रिमंडल में शामिल।
- नीतीश कुमार के 10वीं बार मुख्यमंत्री बनने पर नए मंत्रिमंडल में युवा, महिला और अनुभवी चेहरों को प्राथमिकता मिली है।
- रमा निषाद और ओलंपिक पदक विजेता श्रेयसी सिंह को शामिल कर महिलाओं और अति पिछड़ा वर्ग को मजबूत प्रतिनिधित्व दिया गया है।
- भाजपा कोटे से दो उपमुख्यमंत्रियों सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के साथ आज 14 मंत्री शपथ लेंगे।
समग्र समाचार सेवा
पटना, 20 नवंबर: बिहार में नीतीश कुमार के रिकॉर्ड 10वीं बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के साथ ही, आज एनडीए के नए मंत्रिमंडल का गठन हो गया है। इस मंत्रिमंडल में अनुभव और युवा जोश का बेहतरीन तालमेल देखने को मिला है। भाजपा और जदयू दोनों ही दलों ने अपने कोटे से कई नए चेहरों को मौका दिया है, जिससे यह स्पष्ट है कि गठबंधन सरकार में जातीय, क्षेत्रीय और लैंगिक संतुलन बनाने पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है।
आज शपथ लेने वाले मंत्रियों में 20 से अधिक चेहरे शामिल हैं, जिनमें दो उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी शामिल हैं। मंत्रिमंडल में सबसे ज्यादा चर्चा युवा और महिला चेहरों को लेकर है, जिन्हें भाजपा ने प्रतिनिधित्व दिया है।
महिला और युवा शक्ति को प्राथमिकता
नए मंत्रिमंडल में शामिल प्रमुख नए चेहरों में श्रेयसी सिंह और रमा निषाद का नाम प्रमुख है।
श्रेयसी सिंह: पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी और अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाज श्रेयसी सिंह ने अपने खेल कौशल के अलावा, राजनीतिक मैदान में भी शानदार प्रदर्शन किया है। युवा और प्रभावी महिला चेहरा होने के नाते उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है, जिससे बिहार की युवा शक्ति को एक मजबूत संदेश जाएगा।
रमा निषाद: अति पिछड़ा वर्ग से आने वाली रमा निषाद को मंत्री बनाकर भाजपा ने समाज के उस तबके को साधने का प्रयास किया है, जो बिहार की राजनीति में निर्णायक भूमिका निभाता है। निषाद समुदाय से आने वाली रमा की एंट्री मंत्रिमंडल में अति पिछड़ा वर्ग (EBC) के प्रतिनिधित्व को मजबूत करती है।
इसके अलावा, लोजपा (रामविलास) से संजय कुमार पासवान और रालोमो (RLM) से दीपक प्रकाश को भी मंत्रिमंडल में जगह मिली है, जो सहयोगी दलों के मजबूत प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करता है।
अनुभवी और क्षेत्रीय दिग्गजों की वापसी
जहां युवा चेहरों को मौका मिला है, वहीं अनुभवी नेताओं के ज्ञान का लाभ लेने की रणनीति भी साफ दिखती है। केंद्रीय राजनीति में दखल रखने वाले रामकृपाल यादव को भी भाजपा कोटे से मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। रामकृपाल यादव एक अनुभवी नेता हैं और उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करना यादव समुदाय को भी संदेश देने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
भाजपा के अन्य प्रमुख नामों में प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल (MLC), नितिन नवीन, और संजय सिंह ‘टाइगर’ शामिल हैं, जबकि जदयू की तरफ से विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, और लेसी सिंह जैसे अनुभवी नेता मंत्री बने रहेंगे। इन नेताओं की वापसी सरकार की स्थिरता और प्रशासनिक निरंतरता को सुनिश्चित करेगी।
मंत्रिमंडल का जातिगत समीकरण
एनडीए मंत्रिमंडल में इस बार सभी वर्गों को साधने की कोशिश की गई है:
डिप्टी सीएम: सम्राट चौधरी (कुशवाहा, OBC) और विजय कुमार सिन्हा (भूमिहार, अगड़ी जाति)।
अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC): रामकृपाल यादव, रमा निषाद, मदन सहनी जैसे नेताओं को जगह मिली है।
महिला प्रतिनिधित्व: श्रेयसी सिंह, रमा निषाद, लेसी सिंह जैसी महिला नेताओं को शामिल किया गया है।
दलित-महादलित: जीतन राम मांझी की पार्टी HAM से संतोष कुमार सुमन को मंत्री बनाकर दलित वर्ग को भी प्रतिनिधित्व दिया गया है।
यह नया मंत्रिमंडल बिहार की राजनीति में नई ऊर्जा और विकास का संतुलन स्थापित करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है, जिसका नेतृत्व सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नीतीश कुमार करेंगे।