राम मंदिर ध्वजारोहण से पहले इकबाल अंसारी को मिला न्योता
राम मंदिर ट्रस्ट ने बाबरी केस के पूर्व पक्षकार को भेजा विशेष आमंत्रण
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25 नवंबर को होने वाले राम मंदिर के ध्वजारोहण कार्यक्रम में इकबाल अंसारी को भी बुलाया गया।
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अंसारी ने इसे अयोध्या और सभी श्रद्धालुओं के लिए सम्मान बताया।
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समारोह में देश-विदेश से हजारों मेहमानों के पहुंचने का अनुमान।
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पीएम मोदी की उपस्थिति को देखते हुए शहर और एयरपोर्ट पर सुरक्षा हाई अलर्ट पर।
समग्र समाचार सेवा
अयोध्या, 18 नवंबर: अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर 25 नवंबर को होने वाले ध्वजारोहण कार्यक्रम की तैयारियाँ तेज़ हैं। इसी बीच बाबरी मस्जिद मामले के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी को भी इस ऐतिहासिक आयोजन के लिए न्योता भेजा गया है। राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से उन्हें मोबाइल संदेश के माध्यम से औपचारिक आमंत्रण दिया गया।
निमंत्रण मिलने के बाद अंसारी ने इसे बेहद सकारात्मक भाव से स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या हमेशा से धार्मिक भावनाओं का केंद्र रहा है और भगवान राम में सभी की श्रद्धा है। उनके शब्दों में—“प्रधानमंत्री जी स्वयं ध्वजारोहण करेंगे। यह शहर के लिए भी गौरव का पल है और मेरे लिए भी सम्मान।”
अंसारी ने बताया कि बड़ी संख्या में श्रद्धालु और अतिथि इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए अयोध्या पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि लोग दर्शन, पूजन और मंदिर के नए स्वरूप को देखने के लिए उत्साहित हैं।
मंदिर परिसर में युद्धस्तर पर काम
राम मंदिर का अंतिम चरण का काम लगातार जारी है। पत्थरों की सफाई, खंभों की फिनिशिंग और 3D म्यूरल्स की सेटिंग तेजी से की जा रही है। लगातार चल रहे मशीनों के शोर के बीच रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं, जिनमें से कई धूल से बचने के लिए नाक पर कपड़ा भी बाँध रहे हैं।
भारी सुरक्षा के इंतजाम
ध्वजारोहण कार्यक्रम के लिए सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य बनाने में प्रशासन जुटा है। प्रधानमंत्री और कई देश-विदेशी वीआईपी मेहमानों की संभावित उपस्थिति को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों को विशेष प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सभी कर्मचारियों की दोबारा जांच, होटल-होमस्टे की स्कैनिंग और 24–25 नवंबर के बीच आने वाले हर यात्री का वेरिफिकेशन अनिवार्य किया गया है।
एनएसजी, एसपीजी, सीआरपीएफ, आईबी और स्थानीय पुलिस मिलकर सुरक्षा की पूरी कमान संभाल रही हैं।