पूर्वोत्तर बना भारत के विकास का इंजन: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिजोरम में ₹9,000 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन किया, कहा - यह सिर्फ रेल लाइन नहीं, बल्कि 'बदलाव की जीवनरेखा' है।
- प्रधानमंत्री मोदी ने मिजोरम को देश के रेल मानचित्र से जोड़ने वाली पहली रेल लाइन का उद्घाटन किया।
- उन्होंने कहा कि लंबे समय तक उपेक्षित रहने वाला पूर्वोत्तर अब भारत की विकास गाथा को गति दे रहा है।
- पीएम ने ₹9,000 करोड़ से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया, जिससे क्षेत्र में विकास को बढ़ावा मिलेगा।
समग्र समाचार सेवा
आइजोल, मिजोरम, 13 सितंबर, 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिजोरम के विकास को नई दिशा देते हुए ₹9,000 करोड़ से अधिक की कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर, उन्होंने बैराबी-सैरांग रेल लाइन का उद्घाटन किया, जिससे मिजोरम की राजधानी आइजोल पहली बार भारतीय रेल नेटवर्क से जुड़ गई है। यह एक ऐसा कदम है जो न केवल क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा, बल्कि यहां के लोगों के जीवन में भी क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।
खराब मौसम के कारण पीएम मोदी वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यह सिर्फ एक रेल संपर्क नहीं, बल्कि मिजोरम के लिए ‘बदलाव की जीवनरेखा’ है। उन्होंने कहा कि इस रेल लाइन से मिजोरम के किसानों और व्यापारियों को देश भर के बड़े बाजारों तक पहुंचने में मदद मिलेगी, जिससे उनकी आजीविका में सुधार होगा। यह परियोजना राज्य में पर्यटन, परिवहन और आतिथ्य क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगी।
पूर्वोत्तर का कायापलट: उपेक्षा से विकास की ओर
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में पूर्वोत्तर के ऐतिहासिक विकास पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि एक समय था जब कुछ राजनीतिक दल वोट बैंक की राजनीति के कारण इस क्षेत्र की उपेक्षा करते थे। लेकिन पिछले 11 वर्षों में, केंद्र सरकार के निरंतर प्रयासों से, पूर्वोत्तर का कायापलट हुआ है और यह क्षेत्र अब भारत का ‘विकास इंजन’ बन गया है।
पीएम मोदी ने बताया कि मिजोरम की नई रेल कनेक्टिविटी से आइजोल अब दिल्ली, गुवाहाटी और कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों से सीधे जुड़ जाएगा। उन्होंने सैरांग-दिल्ली (आनंद विहार टर्मिनल) राजधानी एक्सप्रेस, सैरांग-गुवाहाटी एक्सप्रेस और सैरांग-कोलकाता एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। इस कदम से न केवल यात्रा आसान होगी, बल्कि शैक्षिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंध भी मजबूत होंगे।
चतुर्दिक विकास की ओर अग्रसर
रेलवे परियोजनाओं के अलावा, पीएम मोदी ने मिजोरम में अन्य महत्वपूर्ण विकास कार्यों का भी उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें आइजोल बाईपास सड़क जैसी कई सड़क परियोजनाएं शामिल हैं, जो शहर में यातायात को सुगम बनाएंगी और यात्रा के समय को कम करेंगी। इसके साथ ही, उन्होंने खेलो इंडिया मल्टीपर्पस इंडोर हॉल और दो नए आवासीय विद्यालयों का भी शिलान्यास किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार हर क्षेत्र में कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए काम कर रही है – चाहे वह सड़क हो, रेल हो, हवाई मार्ग हो या डिजिटल कनेक्टिविटी। उन्होंने उड़ान योजना के तहत मिजोरम को मिलने वाले लाभों और हेलीकॉप्टर सेवाओं की शुरुआत का भी उल्लेख किया। पीएम ने मिजोरम के लोगों के साहस और योगदान की सराहना करते हुए कहा कि राज्य की विकास यात्रा पूरे देश के लिए प्रेरणा है। उन्होंने क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति और प्राकृतिक उत्पादों को ‘लोकल फॉर वोकल’ पहल के तहत बढ़ावा देने की भी बात कही।
यह कार्यक्रम यह दर्शाता है कि केंद्र सरकार पूर्वोत्तर के सर्वांगीण विकास के लिए कितनी प्रतिबद्ध है और कैसे इन क्षेत्रों को देश की मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है, ताकि वे भारत की विकास गाथा में महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।
लेटेस्ट हिंदी समाचार अपडेट के लिए Facebook पर Samagra Bharat के पेज को फॉलो करें।