- क्यूबा के मंत्री ने कहा था – “देश में कोई भिखारी नहीं”
- सोशल मीडिया पर शुरू हुआ भारी विरोध
- हवाना सहित कई शहरों में सड़कों पर उतरे लोग
- जनता के दबाव में मंत्री ने इस्तीफा दिया
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली 17 जुलाई : क्यूबा के एक वरिष्ठ मंत्री को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है, जब उन्होंने सार्वजनिक रूप से दावा किया कि “देश में कोई भिखारी नहीं है।” इस बयान ने सोशल मीडिया और सड़कों पर भारी विवाद खड़ा कर दिया, क्योंकि जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट बताई जा रही थी।
मंत्री ने अपने बयान में कहा था कि “क्यूबा की समाजवादी व्यवस्था में हर नागरिक की जरूरतों का ख्याल रखा जाता है, और यहां कोई भूखा या बेघर नहीं है।” लेकिन इस कथन ने गरीब और संघर्षरत नागरिकों की स्थिति को लेकर सरकार की संवेदनहीनता को उजागर कर दिया। स्थानीय नागरिकों और मानवाधिकार संगठनों ने इस बयान को जमीनी सच्चाई से परे और अपमानजनक बताया।
बयान के तुरंत बाद, हवाना और अन्य शहरों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। लोगों ने प्लेकार्ड्स के साथ सड़कों पर उतरकर मंत्री से माफी मांगने और वास्तविक स्थिति को स्वीकारने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने यह आरोप लगाया कि सरकार लगातार गरीबी और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया और मानवाधिकार संगठनों ने भी इस मुद्दे को उठाया। विरोध और दबाव बढ़ने पर, राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से बयान जारी किया गया जिसमें कहा गया कि “मंत्री ने व्यक्तिगत राय व्यक्त की थी जो सरकार की आधिकारिक नीति का प्रतिनिधित्व नहीं करती।”
इसके तुरंत बाद, संबंधित मंत्री ने अपना इस्तीफा सौंप दिया, जिसे राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया। हालांकि सरकार ने उनके योगदान की सराहना की, परंतु यह भी स्पष्ट किया कि इस तरह के संवेदनहीन बयानों की कोई जगह नहीं है।