बिहार कैबिनेट का फॉर्मूला तय: BJP को JDU से ज्यादा मंत्री
CM नीतीश, दो डिप्टी CM और स्पीकर पद पर बनी सहमति; BJP को 16 तो JDU को 15 मंत्री पद मिलने की संभावना
- बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की प्रचंड जीत (202 सीटें) के बाद नई सरकार के मंत्रिमंडल का संभावित फॉर्मूला लगभग तैयार हो गया है।
- सूत्रों के अनुसार, इस बार भारतीय जनता पार्टी (BJP) को 15 से 16 मंत्री पद मिल सकते हैं, जबकि जनता दल यूनाइटेड (JDU) को मुख्यमंत्री सहित 14 से 15 मंत्री पद मिलने की संभावना है।
- BJP से दो और LJP से एक उपमुख्यमंत्री (Deputy CM) हो सकते हैं, जबकि विधानसभा स्पीकर का पद फिर से BJP के खाते में जा सकता है।
समग्र समाचार सेवा
पटना, 16 नवंबर: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में NDA गठबंधन को मिली ऐतिहासिक जीत (202 सीटें) के बाद, अब राज्य में नई सरकार के गठन की कवायद अंतिम चरण में है। इस बार के नतीजों ने गठबंधन के भीतर शक्ति संतुलन को पूरी तरह से बदल दिया है, जिसका सीधा असर मंत्रिमंडल के स्वरूप पर दिख रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, नई कैबिनेट का फॉर्मूला लगभग तय हो चुका है। चूंकि इस बार BJP (89 सीटें) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और JDU (85 सीटें) दूसरे स्थान पर है, इसलिए मंत्री पदों के बंटवारे में भी BJP का पलड़ा भारी दिख रहा है।
संभावित कैबिनेट फॉर्मूला (कुल मंत्री 36 हो सकते हैं):
मंत्रियों के चयन के लिए ‘6 विधायक पर 1 मंत्री’ का फॉर्मूला अपनाया जा रहा है। इस फार्मूले के तहत, सहयोगी दलों को सीटें जीतने के अनुपात में हिस्सेदारी मिलेगी:
बीजेपी (89 विधायक): 15 से 16 मंत्री पद (दो डिप्टी सीएम सहित)। सम्राट चौधरी एक बार फिर उपमुख्यमंत्री बन सकते हैं।
जेडीयू (85 विधायक): 14 से 15 मंत्री पद (मुख्यमंत्री सहित)।
लोजपा (राम विलास) (19 विधायक): 3 मंत्री पद (एक डिप्टी सीएम सहित)। पार्टी प्रमुख चिराग पासवान ने खुद नीतीश कुमार से मिलकर अपनी बात रखी है।
हम (HAM) (5 विधायक): 1 मंत्री पद।
रालोमो (RLM) (4 विधायक): 1 मंत्री पद।
इस फार्मूले से यह साफ है कि BJP को पहली बार JDU से अधिक मंत्री पद मिल सकते हैं, जो बिहार में गठबंधन की राजनीति में एक बड़ा बदलाव है।
डिप्टी सीएम और स्पीकर पद पर सहमति
सूत्रों के हवाले से यह भी पता चला है कि मुख्यमंत्री पद पर नीतीश कुमार (JDU) बने रहेंगे, लेकिन उपमुख्यमंत्री पदों की संख्या बढ़ सकती है। चर्चा है कि BJP से एक बार फिर सम्राट चौधरी को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है, और BJP कोटे से ही एक और उपमुख्यमंत्री हो सकता है। इसके अलावा, चिराग पासवान की लोजपा (राम विलास), जिसने 19 सीटें जीती हैं, को भी एक डिप्टी सीएम पद मिलने की संभावना है।
विधानसभा अध्यक्ष (Speaker) का पद फिर से BJP को दिया जाएगा। 2020 में यह जिम्मेदारी संभालने वाले विजय सिन्हा को यह जिम्मा दोबारा मिल सकता है।
छोटे सहयोगियों की हिस्सेदारी
छोटे सहयोगी दल जीतनराम मांझी की ‘हम’ (5 सीटें) और उपेंद्र कुशवाहा की ‘रालोमो’ (4 सीटें) को भी उनके प्रदर्शन के अनुपात में जगह दी जाएगी। दोनों दलों से एक-एक विधायक मंत्री बन सकते हैं। इन चर्चाओं में ‘हम’ से जीतनराम मांझी के पुत्र संतोष कुमार सुमन और ‘रालोमो’ से उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेह लता देवी का नाम सबसे आगे है।
शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर BJP के प्रमुख नेता नित्यानंद राय और रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा की मुलाकात हो चुकी है। वहीं, लोजपा प्रमुख चिराग पासवान भी नीतीश कुमार से मिलकर सरकार के गठन और भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा कर चुके हैं। इन बैठकों से स्पष्ट है कि बिहार की नई सरकार के स्वरूप पर लगभग अंतिम मुहर लग चुकी है, हालांकि अंतिम समय में कुछ छोटे-मोटे फेरबदल की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।