बांग्लादेश-नेपाल से भारत पहुंचा अमोनियम नाइट्रेट, फरीदाबाद मॉड्यूल का सनसनीखेज खुलासा

चोरी किया गया 3200 किलो विस्फोटक, 300 किलो अभी भी लापता; दिल्ली-एनसीआर और यूपी में छापेमारी

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  • फरीदाबाद से बरामद अमोनियम नाइट्रेट की खेप बांग्लादेश-नेपाल के रास्ते भारत में तस्करी कर लाई गई थी।
  • यह विस्फोटक सामग्री किसी फर्टिलाइजर कंपनी के स्टॉक से चोरी की गई थी।
  • जांच एजेंसियों ने कुल 3200 किलोग्राम की खेप में से 2900 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया है, जबकि 300 किलोग्राम अभी भी लापता है।

समग्र समाचार सेवा
फरीदाबाद, 13 नवंबर: फरीदाबाद में एक मॉड्यूल की धरपकड़ के बाद बरामद किए गए अमोनियम नाइट्रेट विस्फोटक को लेकर सुरक्षा एजेंसियों के सामने एक बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि इस खतरनाक सामग्री को बांग्लादेश के रास्ते नेपाल से तस्करी करके भारत लाया गया था। यह सिर्फ तस्करी का मामला नहीं है, बल्कि यह भी पता चला है कि इस विस्फोटक सामग्री को किसी फर्टिलाइजर कंपनी के गोदाम से चोरी करके हासिल किया गया था, जिसने पूरे नेटवर्क पर चिंता बढ़ा दी है।

तस्करी का जटिल रूट और चोरी का नेटवर्क

प्रारंभिक जांच में संदिग्धों ने खुलासा किया है कि अमोनियम नाइट्रेट को पहले बांग्लादेश से नेपाल के रास्ते भारत में अवैध रूप से दाखिल कराया गया था। सुरक्षा एजेंसियां अब इस बात की पुष्टि करने में जुटी हैं कि संदिग्धों द्वारा किए गए ये खुलासे पूरी तरह सत्य हैं या यह केवल जांच को भटकाने की एक चाल है। यह पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं कि चोरी की यह वारदात मॉड्यूल से जुड़े किन लोगों ने अंजाम दी और किस फर्टिलाइजर कंपनी को निशाना बनाया गया था। जांच एजेंसियों ने बांग्लादेश, नेपाल और भारत के बीच के सभी संभावित तस्करी मार्गों पर हाई अलर्ट जारी कर दिया है।

300 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट की गुमशुदगी बड़ा खतरा

खुलासे के अनुसार, इस मॉड्यूल तक कुल 3200 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट की खेप पहुंचाई गई थी। हालांकि, विभिन्न स्थानों पर की गई कार्रवाई के दौरान जांच एजेंसियां अब तक सिर्फ 2900 किलोग्राम विस्फोटक ही बरामद कर पाई हैं। बाकी का 300 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट अभी भी लापता है और इसका सुराग नहीं मिल पाया है। इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक का गायब होना सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि इसका इस्तेमाल किसी बड़े विध्वंसक गतिविधि में किया जा सकता है।

जांच एजेंसियों की ताबड़तोड़ छापेमारी

बचे हुए 300 किलोग्राम विस्फोटक को बरामद करने और इस पूरे तस्करी नेटवर्क से जुड़े अन्य संदिग्धों तक पहुंचने के लिए जांच एजेंसियों ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और फरीदाबाद पुलिस के साथ-साथ अन्य प्रदेशों की पुलिस भी इस नेटवर्क से जुड़े अन्य संदिग्धों की तलाश में जुटी है। इस क्रम में, दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश के छह संभावित ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की गई है, हालांकि अभी तक कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी है। जांच दल को यह जानकारी मिली है कि यह चोरी किया गया पाउडर अलग-अलग जगहों पर छिपाकर रखा गया था।

अमोनियम नाइट्रेट: दोहरा उपयोग और सुरक्षा चुनौती

अमोनियम नाइट्रेट (Ammonium Nitrate) एक सामान्य उर्वरक है, जिसका उपयोग खेती-किसानी में होता है। लेकिन, यह एक बेहद शक्तिशाली विस्फोटक सामग्री के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है, खासकर जब इसे ईंधन तेल के साथ मिलाया जाता है (ANFO)। इसके दोहरे उपयोग के कारण, इसके उत्पादन, भंडारण और वितरण पर कठोर नियंत्रण आवश्यक होता है। बड़ी मात्रा में इसकी चोरी और तस्करी स्पष्ट रूप से देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है और यह दर्शाता है कि तस्करी नेटवर्क कितने सुनियोजित तरीके से काम कर रहे हैं। एजेंसियों का मुख्य ध्यान अब इस पूरे नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने और देश के भीतर इस तरह की सामग्रियों की आपूर्ति श्रृंखला को तोड़ने पर है।

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