पूनम शर्मा
वैश्विक अर्थव्यवस्था में बढ़ते जोखिमों पर गंभीर संकेत, गोल्ड की कीमत रिकॉर्ड स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर गहरी चिंता जताई है। वॉशिंगटन में अगले हफ्ते होने वाली IMF की वार्षिक बैठकों से पहले उन्होंने चेतावनी दी — “तैयार हो जाइए, अनिश्चितता अब नया सामान्य है।”
वैश्विक अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ा
जॉर्जीवा ने कहा कि दुनिया की अर्थव्यवस्था ने डोनाल्ड ट्रंप की ऐतिहासिक व्यापार युद्ध नीति के बावजूद अप्रत्याशित मजबूती दिखाई है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था मंदी से बचती दिख रही है, जबकि वैश्विक अर्थव्यवस्था में इस वर्ष और अगले वर्ष केवल मामूली गिरावट का अनुमान है।
हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि यह मजबूती अभी असली परीक्षा से नहीं गुजरी है। उन्होंने कहा — “यह मत समझिए कि संकट टल गया है। असली झटका अभी बाकी है।”
गोल्ड और शेयर मार्केट में उबाल
निवेशकों की चिंता का सबसे बड़ा संकेत गोल्ड की रिकॉर्ड कीमत है। बुधवार को सोने की कीमत पहली बार $4,000 प्रति औंस के पार पहुँच गई। इसके साथ ही अमेरिकी शेयर बाजार भी रिकॉर्ड ऊँचाई पर पहुँचा है, जहां ‘Magnificent Seven’ नाम से प्रसिद्ध टेक कंपनियों (जैसे Nvidia और Tesla) के वैल्यूएशन आसमान छू रहे हैं।
IMF प्रमुख ने चेताया — “इतिहास बताता है कि बाजार का यह भरोसा अचानक टूट सकता है। अगर तेज गिरावट आई तो वित्तीय हालात सख्त हो जाएंगे, वैश्विक विकास दर नीचे जाएगी और विकासशील देशों की स्थिति और मुश्किल हो जाएगी।”
AI बबल पर खतरा
इसी बीच, इंग्लैंड के बैंक ने भी चेताया है कि तेजी से बढ़ रही AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) इंडस्ट्री में एक बबल फूटने का खतरा मंडरा रहा है। जॉर्जीवा ने 25 साल पहले के डॉट-कॉम बबल की याद दिलाते हुए कहा — “आज के वैल्यूएशन हमें इंटरनेट युग की बुलिशनेस की याद दिला रहे हैं। अगर बाजार ने पलटी मारी तो इसका झटका पूरी दुनिया को लगेगा।”
अमेरिका, चीन और यूरोप को ‘कड़ा संदेश’
IMF प्रमुख ने अमेरिका को अपने तेजी से बढ़ते सार्वजनिक ऋण पर काबू पाने की सलाह दी। ट्रंप सरकार के टैक्स कटौती कार्यक्रम से अगले दशक में अमेरिकी कर्ज में 3 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा की बढ़ोतरी का अनुमान है।
चीन से उन्होंने घरेलू खर्च और मांग बढ़ाने के लिए आर्थिक सुधारों की दिशा में कदम बढ़ाने को कहा — “चीन में निजी बचत बहुत ज्यादा है। इसे खर्च में बदलना जरूरी है।”
यूरोपीय संघ को उन्होंने “कठोर प्रेम” (tough love) का संदेश दिया — “अब भाषण बंद कर कार्रवाई का समय है। एक ‘सिंगल मार्केट त्सार’ नियुक्त करें, सीमाएं हटाएं, ऊर्जा, वित्त और व्यापार में एकीकृत ढांचा बनाएं।”
जनता में बढ़ता असंतोष
जॉर्जीवा ने आर्थिक असमानता को लेकर जनता में पनप रहे गुस्से की ओर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा — “लोग अपने अवसरों की कमी को लेकर सड़कों पर उतर रहे हैं — लीमा से लेकर रबात तक, पेरिस से नैरोबी और काठमांडू से जकार्ता तक। खासकर युवा वर्ग एक बेहतर भविष्य की मांग कर रहा है।”
मुख्य संदेश:
वैश्विक अर्थव्यवस्था पर ट्रंप की व्यापार नीतियों, AI बबल, और गोल्ड की रिकॉर्ड कीमत का असर दिखने लगा है।
IMF ने कहा — “तैयार हो जाइए, आने वाले समय में आर्थिक झटके तेज और अप्रत्याशित हो सकते हैं।”
अमेरिका, चीन और यूरोप को अपनी नीतियों में बड़े सुधार की जरूरत है।
जनता के बढ़ते असंतोष को नजरअंदाज करना अब संभव नहीं होगा।
यह बयान ऐसे समय आया है जब IMF की वार्षिक बैठक वॉशिंगटन में अगले हफ्ते होने वाली है, जिसमें दुनिया भर के वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक गवर्नर शामिल होंगे।