यूनुस ने भारत के खिलाफ उगला जहर

नोबेल विजेता ने UNGA से इतर कहा, 'भारत के साथ रिश्ते खराब, भारतीय मीडिया फैला रहा फर्जी खबरें'।

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
  • बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम के दौरान भारत पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
  • उन्होंने दावा किया कि भारत और बांग्लादेश के संबंधों में तनाव का मुख्य कारण पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को भारत द्वारा शरण देना है।
  • यूनुस ने भारतीय मीडिया पर बांग्लादेश में हुए छात्र आंदोलन को “इस्लामिक आंदोलन” बताकर फर्जी खबरें फैलाने का आरोप लगाया, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है।

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 25 सितंबर: बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है। संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के सत्र में भाग लेने न्यूयॉर्क पहुंचे यूनुस ने एक कार्यक्रम से इतर भारत-बांग्लादेश संबंधों पर कई विवादित बयान दिए। उन्होंने दावा किया कि वर्तमान में दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों का कारण भारत है, क्योंकि उसे बांग्लादेश में हुए छात्र विरोध प्रदर्शन पसंद नहीं आए, जिसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपना पद छोड़ना पड़ा।

यूनुस ने कहा कि भारत ने शेख हसीना को शरण दी है, और उनके बयानों से बांग्लादेश में गुस्सा फैल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया, “हमें इस समय भारत से समस्या है, क्योंकि उन्हें छात्रों का व्यवहार पसंद नहीं आया… वे पूर्व प्रधानमंत्री हसीना की मेजबानी कर रहे हैं, जिन्होंने ये सारी समस्याएं पैदा कीं, जिससे भारत और बांग्लादेश के बीच काफी तनाव पैदा हो गया है।”

भारतीय मीडिया पर ‘फर्जी खबर’ फैलाने का आरोप

मुहम्मद यूनुस ने भारतीय मीडिया पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय मीडिया ने बांग्लादेश के शांतिपूर्ण छात्र आंदोलन को गलत तरीके से “इस्लामी आंदोलन” के रूप में पेश किया। उन्होंने कहा कि मीडिया में ऐसी फर्जी खबरें और दुष्प्रचार फैलाया जा रहा है कि यह तालिबानी आंदोलन है और यहाँ तालिबानियों ने सत्ता पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने यहाँ तक कहा कि “वे कहते हैं कि मैं भी तालिबानी हूं”, जबकि मेरी तो दाढ़ी भी नहीं है। यह बयान देकर उन्होंने अपनी छवि को बचाने का प्रयास किया, लेकिन उनके आरोप दोनों देशों के संबंधों के लिए चिंताजनक हैं।

यह पहली बार नहीं है जब यूनुस ने भारत पर इस तरह के आरोप लगाए हैं। इससे पहले भी उनके प्रेस सचिव ने इसी तरह के बयान दिए थे, जिसे भारतीय विदेश मंत्रालय ने “भ्रामक और निराधार” बताते हुए खारिज कर दिया था। भारत ने हमेशा से बांग्लादेश में शांति, स्थिरता और लोकतंत्र की वकालत की है।

सार्क को लेकर भी भारत को घेरा

यूनुस ने दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) को निष्क्रिय करने का ठीकरा भी भारत के सिर फोड़ा। उन्होंने कहा कि यह संगठन एक दशक से अधिक समय से इसलिए निष्क्रिय पड़ा है, क्योंकि यह “एक देश की राजनीति में फिट नहीं बैठ रहा है”। यह वही भाषा है जो अक्सर पाकिस्तान द्वारा SAARC के संदर्भ में इस्तेमाल की जाती है, जिससे यह साफ हो जाता है कि यूनुस का रुख भारत विरोधी है।

बांग्लादेश में पिछले साल हुए हिंसक छात्र प्रदर्शनों के बाद शेख हसीना को पद छोड़कर भारत आना पड़ा था। इसके बाद मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन हुआ था। तब से ही दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास आई है। भारत ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक, विशेषकर हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर भी चिंता जताई थी, जिससे इस मामले की संवेदनशीलता और बढ़ गई है।

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.