नितिन गडकरी का बड़ा बयान: भारत जल्द ही EV ग्रोथ और लिथियम-आयन बैटरी निर्यात में होगा आत्मनिर्भर

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,10 सितम्बर। भारत के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के 64वें सम्मेलन में एक महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत जल्द ही इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) के क्षेत्र में महत्वपूर्ण वृद्धि देखेगा और लिथियम-आयन बैटरियों के निर्यात में भी आत्मनिर्भर बनेगा। यह बयान भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग और पर्यावरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।

भारत की EV ग्रोथ

नितिन गडकरी ने सम्मेलन के दौरान भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की वृद्धि के आंकड़ों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि देश तेजी से EV टेक्नोलॉजी की ओर बढ़ रहा है और इसके आंकड़े जल्द ही उल्लेखनीय रूप से बढ़ने की उम्मीद है। गडकरी ने यह भी बताया कि सरकार की नीतियों और प्रोत्साहनों की वजह से EV क्षेत्र में तेज़ी से विकास हो रहा है, जिससे भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग बढ़ रही है।

मुख्य बिंदु:

  • EV इन्फ्रास्ट्रक्चर: गडकरी ने कहा कि सरकार EV इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर ध्यान दे रही है, जिसमें चार्जिंग स्टेशनों की संख्या में वृद्धि और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए विशेष मार्ग शामिल हैं।
  • नीतिगत समर्थन: उन्होंने बताया कि सरकार ने EV क्षेत्र के विकास के लिए कई नीतिगत पहल की हैं, जिससे भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों की स्वीकार्यता बढ़ रही है।

लिथियम-आयन बैटरियों का निर्यात

गडकरी ने लिथियम-आयन बैटरियों के निर्यात को लेकर भी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि भारत जल्द ही लिथियम-आयन बैटरियों का निर्यात करने की स्थिति में होगा। यह घोषणा भारतीय बैटरी निर्माण उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो देश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देगा।

मुख्य बिंदु:

  • निर्माण क्षमता: गडकरी ने कहा कि भारत की बैटरी निर्माण क्षमता में तेजी से सुधार हो रहा है और भारतीय कंपनियाँ अब उच्च गुणवत्ता की लिथियम-आयन बैटरियाँ उत्पादन में सक्षम हैं।
  • आर्थिक लाभ: लिथियम-आयन बैटरियों के निर्यात से भारत को महत्वपूर्ण आर्थिक लाभ होगा और यह देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देगा।

भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग पर प्रभाव

नितिन गडकरी के इस बयान का भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इलेक्ट्रिक वाहनों की वृद्धि और बैटरी निर्माण में आत्मनिर्भरता से भारतीय उद्योग को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही, पर्यावरणीय लाभ भी होंगे, क्योंकि EVs के उपयोग से वायु प्रदूषण में कमी आएगी।

निष्कर्ष

नितिन गडकरी की यह घोषणा भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए एक नई दिशा और विकास की संभावनाओं को इंगित करती है। इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग और लिथियम-आयन बैटरियों के निर्यात में आत्मनिर्भरता से भारत न केवल वैश्विक बाजार में अपनी पहचान बनाएगा, बल्कि पर्यावरणीय उद्देश्यों को भी पूरा करेगा। यह कदम भारतीय उद्योग को तकनीकी और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.