बुजुर्ग नहीं, भाग्यशाली कहिए !

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

*प्रस्तुति -:सरोज कुमारी

वे भाग्यशाली लोग हैं जो 60 पार कर गये।कनाडा में भारतीय मूल के डॉ दिनेश छुरा 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को “बुजुर्ग” कहने के बजाय, “भाग्यशाली लोग” कहने की वकालत कर रहे हैं।
अपनी उम्र बताने/जोड़ने का ये तरीका देखे –
*यदि आपकी उम्र 60 वर्ष है तो..
उम्र 16 + 44 अनुभव = 60 वर्ष

डॉ. छुरा ने 60 साल के लोगों के
“भाग्यशाली व्यक्ति”
बनने के रहस्य को
37 सूत्र वाक्यो में इस प्रकार समझाने की कोशिश की है

1. चलते रहो, बिना किसी वजह के भी पैदल चलो। लिफ्ट का उपयोग कम से कम करें लेकिन इन सब में आपके जूते अत्यधिक कंफर्टेबल होने चाहिए।
2. जब आप चिड़चिड़ा महसूस करें तो गहरी सांस लें।
3.व्यायाम करें, तांकि शरीर में अकड़न महसूस न हो।
4.गर्मियों में, एयर- कंडीशनर चालू होने पर, अधिक पानी पिएं। और हो सके तो एयर कंडीशन में ना बैठें।
5.आप जितना चबाएंगे, आपका शरीर और मस्तिष्क उतना ही ऊर्जावान होगा।
6.याददाश्त उम्र के कारण नहीं, बल्कि लंबे समय तक मस्तिष्क का उपयोग न करने के कारण कम होती है।
7.ज्यादा दवाइयां लेने की जरूरत नहीं है। जरूरत होने पर आपकी रसोई के मसाले व अन्य सामान आप दवाई की जगह प्रयोग में ला सकते हैं। फिर भी ज्यादा जरूरी हो तो आयुर्वेद या होम्योपैथी का सहारा लें।
8.रक्तचाप और रक्त शर्करा के स्तर को जानबूझ कर कम करने की आवश्यकता नहीं है।
9.केवल वही काम करें, जिससे आप प्यार करते हैं। व आपको उस से खुशी मिलती हो।
10.चाहे कुछ भी हो जाए, हर समय घर में नहीं रहना चाहिए। रोजाना घर से बाहर जरूर निकलें, और टहलें भी।
11.जो चाहो खाओ, पर नियन्त्रित मात्रा में।
12.हर काम सावधानी से करें। जल्दबाजी आपको महंगी पड़ सकती है।
13.उन लोगों से भी बुरा व्यवहार न करें, जिन्हें आप नापसंद करते हैं।
14.अपनों व अपने जीवनसाथी का ख्याल रखें।
15.बीमारी से, अंत तक लड़ने के बजाय इसके साथ जीना सीखना बेहतर है।
16.मुश्किल समय में, ईश्वर जी की मदद से आगे बढ़ने की कृपा मिलती है।
17.हर बार, खाना खाने के बाद, थोड़ा सा गुनगुना पानी, अवश्य पियें। यां खाना खाने के कम से कम 1 घंटे बाद पानी पिएं। खाना खाने के तुरंत बाद बैठकर पेशाब करने से आपके गुर्दे ठीक रहते हैं।
18.रात में, जब भी उठें, पानी कम मात्रा में अवश्य पियें।
19.जब नींद नहीं आये, तो जबरदस्ती न करें। राम नाम की माला लगातार शुरू कर दें। आपको आराम से नींद आ जाएगी।
20.खुशमिजाज चीजें करना, दिमाग को तेज करने वाली सबसे अच्छी गतिविधि है।
21.अपने लोगों से बातचीत करते रहें। आपके पास कम लोग हैं या आप अकेले रहते हैं तो फोन का इस्तेमाल करें।
22.एक “पारिवारिक चिकित्सक” को, अपने आसपास जल्दी खोज लें। तांकि जरूरत पड़ने पर उससे संपर्क साधा जा सके।
23.धैर्य रखें, लेकिन अत्यधिक नहीं, या हर समय अपने आप को अच्छा बनने के लिए मजबूर न करें।
24.नया सीखते रहें, वर्ना बूढ़े कहलाएंगे।
25.लालची मत बनो, अब जो कुछ भी तुम्हारे पास है, वही अच्छा व काफी है। अपने और अपनों के ऊपर खर्च करें। अंत में बाकी सब छोड़ कर जाना यही सत्य है।
27.जब कभी बिस्तर से उठना हो, तो तुरंत खड़े न हों, 2-3 मिनट रुककर, उठें।
28.जितनी अधिक परेशानी वाली चीजें हैं, उतनी ही दिलचस्प हैं , चिंता ना करें।
29.स्नान करने के बाद कपड़े पहनते वक्त दीवार आदि का सहारा लें।
30.वही करें, जो अपने और दूसरों के लिए हितकारी हो।
31.अपने आज को, इत्मिनान से जिएं।
32.इच्छा, दीर्घायु का स्रोत है!
33.एक आशावादी के रूप में जियें।
प्रसन्नचित्त व्यक्ति, लोकप्रिय भी होते हैं और दूसरों को भी प्रसन्नचित रखते हैं।
34. रोजाना मंदिर अवश्य जाएं। दिल खोलकर दान करें। गौ माता जी की व अन्य जीव जंतुओं, कीड़ों मकोड़ों आदि की सेवा करें।
35.जीवन और जीवन के नियम आपके अपने हाथों में हैं।
36.इस उम्र में सब कुछ शांति से स्वीकार करे!
37. मित्र सबसे ज्यादा इसी उम्र में जरूरी हैं अपनी एक मित्र मंडली बनायें। सुबह शाम उनसे साथ हंसी-ठिठौली करना आपके लिए अत्यधिक लाभप्रद होगा। आप किसी पार्क आदि में बैठ सकते हैं या व्हाट्सएप ग्रुप बनाएं व अपने मित्रों के साथ खूब हंसी-ठिठोली करें।

बाकी का जीवन बोनस है इसे बोनस समझ कर जिएं आनंद ले आनंद दें।

सभी 60 पार कर चुके व करने वाले मित्रों को समर्पित!
हँसते रहिये हंसाते रहिये, तंदरुस्त रहिए! जय हो !

*प्रस्तुति -:सरोज कुमारी

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.