समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 14जून। केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने नई दिल्ली में कोयला और खान मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया। पूर्व केंद्रीय कोयला, खान एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे की उपस्थिति में जी. किशन रेड्डी को कार्यभार सौंपा। कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने 11 जून 2024 को आधिकारिक रूप से कार्यभार संभाला था।
खान मंत्रालय के सचिव वी.एल. कांता राव, कोयला मंत्रालय के सचिव अमृत लाल मीणा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
जी. किशन रेड्डी ने कार्यभार संभालने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए, केंद्रीय कोयला और खान मंत्री के रूप में उन्हें यह दायित्व सौंपने और भारत के लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कोयला और खान मंत्रालय दोनों ही कोयला और खनन क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में दृढ़ संकल्प, निष्ठा, समर्पण, ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ काम करेंगे।
केंद्रीय मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने नागर विमानन मंत्रालय का कार्यभार संभाला:
केंद्रीय मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने नई दिल्ली में आधिकारिक रूप से नागर विमानन मंत्रालय का कार्यभार संभाला। इस अवसर पर नागर विमानन मंत्रालय और सहकारिता मंत्रालय के राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल, नागरिक उड्डयन सचिव वुमलुनमंग वुअल्नम सहित मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए राममोहन नायडू ने नागर विमानन मंत्रालय की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एक युवा और ऊर्जावान नेता का चयन एक दूरदर्शी दृष्टिकोण का प्रतीक है, जो अगले 25 वर्षों के लिए विमानन उद्योग के भविष्य को आकार देने पर केंद्रित है।
राममोहन नायडू ने श्रीकाकुलम और आंध्र प्रदेश के लोगों के समर्थन को याद करते हुए, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्र बाबू नायडू को धन्यवाद दिया और अपने पिता स्वर्गीय किंजरापु येरन नायडू को याद किया, जो आंध्र प्रदेश के एक प्रतिष्ठित राजनेता थे।
उन्होंने आगे कहा कि मंत्रालय की मुख्य प्राथमिकता ‘इज ऑफ फ्लाइंग’ का माहौल बनाना है, जिससे हवाई यात्रा हर नागरिक के लिए अधिक सुलभ और सुविधाजनक हो सके। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विमानन के लाभ देश के हर कोने तक पहुंचने चाहिए, जिसमें टियर टू और टियर थ्री शहरों पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के विजन के अनुरूप, राममोहन नायडू ने कहा कि “हम भारत के विमानन क्षेत्र में तत्काल प्रगति लाने के लिए 100-दिवसीय कार्य योजना तैयार करने और उसे लागू करने जा रहे हैं। यह योजना विकसित भारत के दीर्घकालिक विजन को प्राप्त करने की दिशा में एक कदम साबित होगी, क्योंकि भारत 2047 में अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्ष मनाएगा।” केंद्रीय मंत्री ने यात्री अनुभव को बेहतर बनाने में प्रौद्योगिकी के उपयोग के महत्व पर भी जोर दिया और यात्रियों की चिंताओं को प्रभावी ढंग से दूर करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता और सोशल मीडिया का लाभ उठाने की योजना बनाई। उन्होंने आश्वासन दिया कि मंत्रालय सभी नीतिगत निर्णयों में यात्रियों की सुविधा और आराम को प्राथमिकता देगा।
राममोहन नायडू ने देश भर में हवाई संपर्क बढ़ाने, पर्यावरण अनुकूल प्रथाओं को बढ़ावा देने और अवसंरचनात्मक विकास में तेजी लाने के उद्देश्य से की गई विशिष्ट पहलों की रूपरेखा भी प्रस्तुत की। उन्होंने इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए राज्य सरकारों, उद्योग हितधारकों और गठबंधन भागीदारों के साथ मिलकर काम करने का संकल्प लिया। विजयनगरम जिले के भोगपुरम ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे को पूरा करने के लिए राममोहन नायडू ने परियोजना में तेजी लाने के लिए अपनी व्यक्तिगत प्रतिबद्धता व्यक्त की।
केंद्रीय मंत्री ने भारत को दुनिया का अग्रणी घरेलू विमानन बाज़ार बनाने के लिए सरकार की अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने समृद्ध और विकसित भारत के निर्माण के लिए एनडीए के मज़बूत और स्थिर नेतृत्व पर भरोसा भी जताया।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने पदभार ग्रहण किया:
नागरिक उड्डयन मंत्रालय और सहकारिता मंत्रालय में राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने नई दिल्ली में राजीव गांधी भवन में आधिकारिक तौर पर पदभार ग्रहण किया। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू, केंद्रीय नागरिक उड्डयन सचिव वुमलुनमंग वुलनम सहित मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीगण इस अवसर पर उपस्थित थे।
पदभार संभालने के बाद मुरलीधर मोहोल ने कहा, ‘मुझे यह नई जिम्मेदारी सौंपने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं। पिछले एक दशक में मंत्रालय ने विभिन्न क्षेत्रों में सुविधाओं में उल्लेखनीय वृद्धि की है, रोजगार को बढ़ावा दिया है और हवाई अड्डों की संख्या में काफी तेजी से वृद्धि की है। हम उल्लेखनीय प्रगति कर रहे हैं, दुनिया भर के देशों के साथ सुदृढ़ संबंध स्थापित कर रहे हैं, और देश के परिदृश्य में व्यापक बदलाव ला रहे हैं। आम लोगों का हवाई जहाज से सफर करने का सपना साकार हो रहा है, इससे भी उनका आर्थिक दर्जा बढ़ रहा है। इन समस्त प्रगति के साथ इस मंत्रालय की ज़िम्मेदारी बढ़ गई है, और हम इसे विभिन्न तरीकों से आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं।’
वह महाराष्ट्र के पुणे से 18वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में चुने गए। इससे पहले वह पुणे नगर निगम के महापौर का पदभार संभाल चुके हैं।
राव इंद्रजीत सिंह ने सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में कार्यभार संभाला:
राव इंद्रजीत सिंह ने आज सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का प्रभार ग्रहण किया।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के सचिव डॉ. सौरभ गर्ग ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदरजीत सिंह का स्वागत किया।
धर्मेंद्र प्रधान ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री का कार्यभार संभाला:
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शास्त्री भवन, नई दिल्ली में अपना कार्यभार संभाल लिया। शिक्षा मंत्रालय पहुंचने पर धर्मेंद्र प्रधान का स्वागत उच्च शिक्षा विभाग के सचिव के. संजय मूर्ति, विद्यालयी शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने किया।
पदभार संभालने के बाद, धर्मेंद्र प्रधान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया कि उन्होंने उन पर निरंतर भरोसा और विश्वास बनाए रखा। उन्होंने यह भी कहा कि वह और उनकी टीम एनईपी 2020 को लागू करने, देश के शिक्षण परिदृश्य को भविष्य के लिए तैयार करने, लोगों को सशक्त बनाने और भारत को 21वीं सदी की ज्ञान अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करने में प्रधानमंत्री के नेतृत्व और मार्गदर्शन का इंतजार करेंगे।
धर्मेंद्र प्रधान के साथ शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी और डॉ. सुकांत मजूमदार भी थे। उन्होंने उन्हें उनकी नई जिम्मेदारी के लिए बधाई दी और कहा कि वह प्रधानमंत्री के विजन को हकीकत में बदलने और भारत को शिक्षा, कौशल, नवाचार और अनुसंधान का वैश्विक केंद्र बनाने के लिए उनके साथ काम करने के लिए इंतजार कर रहे हैं।
धर्मेंद्र प्रधान लोकसभा में ओडिशा के संबलपुर संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। वे 2014 में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बने। उन्होंने 2017 से कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री के रूप में कार्य किया। धर्मेंद्र प्रधान को 2019 में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री नियुक्त किया गया।
जुलाई 2021 में, धर्मेंद्र प्रधान शिक्षा मंत्री तथा कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री बने। उन्होंने देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने का नेतृत्व किया। उन्होंने कई प्रगतिशील पहलों की शुरुआत की, जिसका देश के शैक्षणिक इकोसिस्टम पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।