गुस्ताखी माफ़ हरियाणा – पवन कुमार बंसल।
धृतराष्ट्र की तरह पुत्र मोह में भूपिंदर सिंह हुड्डा इतने अंधे हो गए की जिस पार्टी ने उन्हें विधायकों का समर्थन नहीं होने के बाद भी मुख्यमन्त्री बनाया उसी की जड़ों में मट्ठा डाल दिया । प्रदेश में जाट नॉन जाट का जहर फैलाने वाले पूर्व सांसद जहरीले राजकुमार सैनी को कांग्रेस के नजदीक ला दिया ताकि ‘युवराज’ को रोहतक लोकसभा सीट से सैनी वोट मिल सके।
दुमछल्ला।
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। आपको याद दिला दे कि तीन दशक पहले डबवाली में एक स्कूल के समारोह में वो बिडलान साहिब डिप्टी कमिश्नर सिरसा चीफ गेस्ट थे। वहाँ अचानक आग लगी और सौ से ज्यादा बच्चे आग में झुलस गए । बिडल्लान साहिब राहत कार्य करवाने की बजाय वहाँ से भाग खड़े हुए । रोहतक में उनकी जाति के वोट लेने के लिए हुड्डा साहिब ने बिडल्ला साहिब को पब्लिक सर्विस कमीशन का सदस्य बना दिया। हुड्डा के कामों से मरी हुई भाजपा को ऑक्सीज मिल गई है।
अब कह रहे हैं कि वे तो नेता विपक्ष है इसलिए चुनाव नहीं लड़ेंगे और रोहतक से मेरा युवराज दीपेंद्र हुड्डा जोकि पहले ही राज्यसभा का सदस्य है वो लड़ेगा। और तो और शैलजा व रणदीप को भी संसद का चुनाव लड़ने का खुले में परामर्श दे डाला! इसे परामर्श कहेंगे या कटाक्ष ?