समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 10 मार्च। लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्तों पहले चुनाव आयुक्त अरुण गोयल (Arun Goel) ने इस्तीफा दे दिया है. राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. निर्वाचन आयोग में मुख्य चुनाव आयुक्त और दो चुनाव आयुक्त होते हैं. पहले से ही एक चुनाव आयुक्त का पद खाली है और अब अरुण गोयल के इस्तीफे के बाद पूरी जिम्मेदारी मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के कंधों पर आ गई है. इसी साल फरवरी में अनूप पांडे की रिटायरमेंट और अब अरुण गोयल के इस्तीफे के बाद, तीन सदस्यीय निर्वाचन आयोग में अब केवल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार हैं.
अरुण गोयल का कार्यकाल 5 दिसंबर, 2027 तक था. वहीं राजीव कुमार का कार्यकाल अगले साल फरवरी तक है. उनके बाद गोयल ही अगले मुख्य निर्वाचन आयुक्त बनने वाले थे. ऐसे में गोयल के इस तरह अचानक इस्तीफा दिए जाने पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.
अरुण गोयल ने क्यों दिया इस्तीफा?
फिलहाल अरुण गोयल के इस्तीफे के कारणों का आधिकारिक रूप से कोई कारण नहीं बताया गया है. हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इशारा किया गया है कि ‘विभिन्न मुद्दों पर मतभेद’ थे और यह उनके इस्तीफे का एक कारण हो सकता है. वहीं एनडीटीवी ने शीर्ष अधिकारियों के हवाले से बताया कि अरुण गोयल ने इस्तीफा देते समय निजी कारणों का हवाला दिया है.