‘शुक्रिया मोदी भाईजान’ अभियान होगा शुरू, मुस्लिम महिलाओं को जोड़ने का है लक्ष्य

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 30दिसंबर। आगामी लोकसभा चुनाव में मुस्लिम महिलाओं को अपने पाले में लाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का अल्पसंख्यक मोर्चा दो जनवरी से उत्तर प्रदेश के सभी संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में ‘शुक्रिया मोदी भाईजान’ नामक एक विशेष अभियान शुरू करेगा. इस अभियान के तहत मोर्चा हर लोकसभा क्षेत्र में कार्यक्रम आयोजित करेगा जिसमें कम से कम 1,000 मुस्लिम महिलाओं को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है.

‘शुक्रिया मोदी भाईजान’
मुस्लिम महिला मतदाताओं को रिझाने की इस योजना की टैगलाइन ‘ना दूरी है ना खाई है, मोदी हमारा भाई है’ रखी गई है. उत्तर प्रदेश भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने न्यूज एजेंसी को बताया कि ‘शुक्रिया मोदी भाईजान’ कार्यक्रम में मुस्लिम महिलाओं को केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा उनके लिए किए गए कार्यों के बारे में बताया जाएगा. उन्हें बताया जाएगा कि उन्हें आखिर भाजपा को वोट क्यों देना चाहिए.

पहुंचाने वाली योजनाओं के बारे में बताया जाएगा
कुंवर बासित अली ने बताया कि इन सम्मेलनों के जरिए कोशिश की जाएगी कि मुस्लिम महिलाओं को उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना, हज का कोटा बढ़ाया जाना, महिलाओं को महरम व्यक्ति के साथ ही हज पर जाने की अनिवार्यता खत्म किया जाना, मुस्लिम बच्चों को छात्रवृत्ति समेत समुदाय को लाभ पहुंचाने वाली तमाम योजनाओं के बारे में बताया जाएगा.

अभियान दो से शुरू होकर 20 जनवरी तक
अली ने बताया कि यह अभियान आगामी दो जनवरी से शुरू होकर 20 जनवरी तक चलाया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘हाल ही में प्रदेश के सभी जिलों में मुस्लिम महिलाओं ने जिलाधिकारी को मोदी सरकार की योजनाओं को लेकर धन्यवाद ज्ञापन दिया था. अब इस सिलसिले को आगे बढ़ते हुए हर लोकसभा क्षेत्र में शुक्रिया मोदी भाईजान कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.’’ अली ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मुस्लिम महिलाओं को मकान मिले हैं और मुस्लिमों को इस योजना का लाभ उनकी आबादी के प्रतिशत के मुकाबले ज्यादा दिया गया है.

भाई-बहन का रिश्ता कायम
प्रदेश में महिला सुरक्षा पहले से बेहतर हुई है और विभिन्न योजनाओं में महिलाओं की हिस्सेदारी को बढ़ाया गया है. उन्होंने कहा कि अभियान का नाम ‘शुक्रिया मोदी भाईजान’ रखे जाने की एक बड़ी वजह यह है कि मोदी ने विभिन्न योजनाओं में मुस्लिम महिलाओं को प्राथमिकता देकर भाई-बहन का रिश्ता कायम किया है.

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