महिलाओं पर अनेकों प्रतिबंध लगाने वाले तालिबान का एक वरिष्ठ नेता बॉडीगार्ड के साथ समलैंगिक रिश्ते बनाते हुए कैमरे में कैद…
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 23अगस्त। महिलाओं पर तरह-तरह के प्रतिबंध लगाने वाले तालिबान के एक वरिष्ठ नेता की हरकतों ने सबको हैरान कर दिया है।
सोशल मीडिया पर वायरल एक चौंकाने वाले वीडियो में कथित तौर पर काबुल में तालिबान का उप प्रमुख और दा अफगानिस्तान ब्रेशना शेरकट का प्रमुख मुल्ला अहमद अखुंद को अपने अंगरक्षक के साथ समलैंगिक संबंध बनाते हुए पकड़ा गया है।
इस मूक फ़ुटेज में, दिख रहा है कि एक बेड तैयार है, जिस पर मुल्ला अहमद अखुंद एक युवक के साथ हमबिस्तर है।
कथित वीडियो में मुल्ला अहमद अखुंद को जिस युवा व्यक्ति के साथ सोते हुए दिखाया गया है, वह उसका अंगरक्षक है।
Taliban deputy chief Mullah Ahmed has been caught having a homosexual relationship with one of his guards.
Mullah Ahmad is not only the deputy head of the Taliban but the head of the Brishna Company in Kabul.
Taliban government criminalizes homosexuality, and those who are… pic.twitter.com/x0uOaYLdP9
— Amy Mek (@AmyMek) August 22, 2023
अफगानिस्तान इंटरनेशनल की रिपोर्टों के अनुसार युवक की पहचान 21 वर्षीय के रूप में हुई है, जो पहले ब्रेशना शेरकट में तालिबान नेता के साथ काम करता था। उसे इस समूह के उप रक्षा मंत्री मुल्ला फ़ाज़िल की कंपनी में भी देखा गया था।
इस वीडियो के सामने आने के बाद से तालिबान नेतृत्व और उसके अंदर बैठे लोगों के व्यवहार और संबंधों पर सवाल उठने लगे हैं।
वीडियो से तालिबान के अंदर काफी दिलचस्पी और चिंता पैदा हो गई है। इस पर सोशल मीडिया में बहस छिड़ने की संभावना है।
एक्स (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर एक उपयोगकर्ता ने कहा, “अधिकांश तालिबानियों के किशोरावस्था से ही समलैंगिक संबंध हैं।
अफगान समाज में लड़कों के साथ दुर्व्यवहार आम है। बच्चा बाजी एक आम बात है। यह एक सड़ा हुआ समाज है। मदरसों में 9 साल की उम्र से ही लड़कों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। उन्हें बिना दाढ़ी वाले लड़के पसंद हैं।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “तालिबान संस्कृति में यदि आप समलैंगिक हैं, तो वे आपको फांसी दे देते हैं, लेकिन बॉस लड़कों के साथ यौन संबंध रखते हैं।
यह घृणास्पद है।” तीसरे यूजर ने लिखा है,”ये वही लोग हैं जो कहते हैं कि समलैंगिकता इस्लाम में हराम है और मौत की सजा है।”
इस बीच, रिपोर्टों से पता चला है कि सोशल मीडिया पर कथित वीडियो के वायरल होने के बावजूद तालिबान नेतृत्व ने मुल्ला अहमद अखुंद को काम करना जारी रखने की अनुमति दे दी है और उसे कोई सजा नहीं दी है।
ह्यूमन राइट्स वॉच और आउट राइट एक्शन इंटरनेशनल द्वारा जारी जनवरी 2022 की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि एलजीबीटी अफगान और जो लोग अफगानिस्तान में कठोर लिंग मानदंडों के अनुरूप नहीं हैं, उन्हें तालिबान शासन के तहत अपनी सुरक्षा और जीवन के लिए निराशाजनक स्थिति और गंभीर खतरों का सामना करना पड़ रहा है। तालिबान में समलैंगिक होने की सजा कोड़े मारकर दी जाती है।