एसआईआई शिक्षा के क्षेत्र में ब्रांड ‘इंडिया’ की मजबूत अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति दर्ज करेगा- डॉ. एस जयशंकर

धर्मेंद्र प्रधान और एस. जयशंकर ने नई दिल्ली में संयुक्त रूप से स्टडी इन इंडिया पोर्टल का किया शुभारंभ

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 4अगस्त। भारत को शिक्षा के वैश्विक केंद्र के रूप में पुन: स्थापित करने के प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप, केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने नई दिल्‍ली में संयुक्त रूप से स्टडी इन इंडिया पोर्टल का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार; शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी; शिक्षा एवं विदेश राज्य मंत्री राजकुमार सिंह; संसद सदस्य, डॉ. महेश शर्मा; शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और 10 से अधिक देशों के राजदूत सम्मिलित हुए।

इस अवसर पर वर्तमान में भारत में पढ़ रहे रूस, थाईलैंड, जापान, इथियोपिया, इक्वाडोर, कजाकिस्तान और कोरिया गणराज्य के विद्यार्थियों ने गणमान्य व्यक्तियों के प्रति सम्मान के प्रतीक के रूप में अपनी संस्कृति से स्मृति चिन्ह भेंट किए।

स्टडी इन इंडिया पोर्टल एक समर्पित वेबसाइट है, जो भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों (एचईआई) के बारे में व्यापक जानकारी प्रदान करेगी। यह वेबसाइट स्नातक (यूजी), स्नातकोत्तर (पीजी), डॉक्टरेट स्तर के कार्यक्रमों के साथ-साथ योग, आयुर्वेद, शास्त्रीय कलाओं आदि जैसे भारतीय ज्ञान प्रणाली के पाठ्यक्रमों को कवर करने वाले शैक्षणिक कार्यक्रमों की जानकारी देगी। वेबसाइट-पोर्टल शैक्षणिक सुविधाओं, अनुसंधान सहायता और संबंधित जानकारी जानकारी प्रस्तुत करेगा। नई वेबसाइट में अब विद्यार्थियों के लिए अपनी पसंद के एक से अधिक संस्थानों/पाठ्यक्रमों में आवेदन करने का प्रावधान होगा। नया पोर्टल विद्यार्थी पंजीकरण और वीज़ा आवेदन प्रक्रिया के लिए एक एकीकृत वन-स्टॉप समाधान प्रदान करेगा।

इस अवसर पर अपने संबोधन में धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि एसआईआई पोर्टल एक वन-स्टॉप प्लेटफ़ॉर्म है, जो भारत में अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों की शैक्षणिक यात्रा को सरल बनाएगा। उन्होंने कहा कि एनईपी द्वारा निर्देशित, एसआईआई पोर्टल भारत को एक पसंदीदा शिक्षा गंतव्य बनाने के साथ-साथ समृद्ध भविष्य को आकार देने के लिए शैक्षणिक सीमाओं को मिटाने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि शिक्षा को भू-राजनीतिक सीमाओं से परे बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के विजन के साथ, स्टडी इन इंडिया पोर्टल भारत को उच्च शिक्षा का एक पसंदीदा गंतव्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बनने जा रहा है

डॉ. एस. जयशंकर ने अपने संबोधन में कहा कि यह पोर्टल विविध पृष्ठभूमि के विद्यार्थियों का स्वागत करके भारत को शिक्षा का वैश्विक केंद्र बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह शिक्षा क्षेत्र में ब्रांड ‘इंडिया’ की मजबूत अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति दर्ज करेगा। उन्होंने कहा कि यह पोर्टल पंजीकरण से लेकर वीजा अनुमोदन और वांछित पाठ्यक्रमों या संस्थानों का चयन करने तक, भारत में अध्ययन करने के इच्छुक अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों की यात्रा को आसान बनाएगा। उन्‍होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों की उपस्थिति से घरेलू विद्यार्थियों को भी वैश्वीकृत दुनिया से अधिक निकटता से जुड़ने और वैश्विक कार्यस्थल के लिए बेहतर तरीके से तैयार होने जैसे लाभ प्राप्‍त होंगे। उन्होंने बताया कि एनईपी 2020 के कार्यान्वयन से भारत में विदेशी विश्वविद्यालयों के प्रवेश और हमारे प्रमुख संस्थानों के अंतर्राष्ट्रीय परिसर खुलने की शुरुआत हो चुकी है।

प्रमुख विशेषताऐं:
प्रमुख शिक्षा संस्थानों के साथ साझेदारी: स्टडी इन इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत निम्नलिखित मानदंडों में से एक को पूरा करने वाले शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी हो सकती है:

.राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ)रैंकिंग (<=100)
.राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (नैक) प्रत्यायन स्कोर (>=3.01)
.राष्ट्रीय महत्व के संस्थान (आईएनआई)

यह प्रमुख संस्थानों को भारत में अध्ययन के लिए आने वाले अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों के नामांकन में भागीदार बनाना सुनिश्चित करता है।

स्टडी इन इंडिया कार्यक्रम भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों में उच्च शिक्षा के अवसर पाने वाले अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों के लिए सुचारु और सुव्यवस्थित आवेदन प्रक्रिया प्रदान करता है। यह यह ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पंजीकरण से लेकर वीज़ा अनुमोदन तक पूरी यात्रा को सरल बनाता है, जिससे विद्यार्थी अपने वांछित पाठ्यक्रम को चुनने, संस्थान के प्रस्ताव पत्र प्राप्त करने और भारत में अपने शैक्षणिक सपनों को सफलतापूर्वक साकार करने में सक्षम बनते हैं। एसआईआई कार्यक्रम बेजोड़ अनुभव प्रदान करके दुनिया भर के प्रतिभाशाली और महत्वाकांक्षी विद्यार्थियों को भारत के जीवंत और सांस्कृतिक रूप से विविध शैक्षणिक वातावरण में अध्ययन करने के लिए आकर्षित करना जारी रखेगा।

स्‍टडी इन इंडिया शिक्षा मंत्रालय (एमओई) के तत्वावधान में भारत सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है। स्टडी इन इंडिया कार्यक्रम का लक्ष्य भारत में अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि करना है। कार्यक्रम भारत को पसंदीदा अध्ययन गंतव्य के रूप में बढ़ावा देने, वैश्विक मानकों के साथ तुलनात्‍मक रूप से किफायती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और इस प्रकार उच्च शिक्षा में समग्र गुणवत्ता सुधार में योगदान देने की भी परिकल्पना करता है। दुनिया की विशालतम उच्च शिक्षा प्रणालियों में से एक होने के नाते भारत के विश्वविद्यालय वैश्विक कार्यबल की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए विविध प्रकार के पाठ्यक्रमों की पेशकश करते हैं। स्टडी इन इंडिया कार्यक्रम का उद्देश्य इन पाठ्यक्रमों तक अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों की पहुंच सुगम बनाना और देश की शैक्षणिक उत्कृष्टता को प्रदर्शित करना है।

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.