वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की मुश्किलें बढ़ी, आर एस एस की छवि धूमिल करने के आरोप में एफआईआर

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समग्र समाचार सेवा
भोपाल , 09 जुलाई। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छवि धूमिल करने का आरोप लगा है। इस मामले में उनके खिलाफ इंदौर के तुकोगंज थाने में मामला भी दर्ज कर लिया गया है। इंदौर के सुदामा नगर क्षेत्र के निवासी राजेश जोशी ने तुकोगंज पुलिस थाने में कांग्रेस नेता के खिलाफ शिकायत दी है। शिकायत में कहा है कि सोशल मीडिया पर दिग्विजय सिंह ने माधव सदाशिव राव गोलवलकर की तस्वीर के साथ मिथ्या एवं अनर्गल पोस्ट प्रसारित किया। ऐसा विभिन्न जातियों, वर्गों में शत्रुता, घृणा, वैमनस्य फैलाने के उद्देश्य से किया गया है।

उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के अधिवक्ता राजेश जोशी ने शिकायत में कहा है कि दिग्विजय सिंह नामक फेसबुक आईडी की टाइमलाइन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सरसंघचालक गोलवलकर की तस्वीर और संघ के ध्वज के साथ आरएसएस चीफ लिखकर तस्वीर के ऊपरी हिस्से में लिखा है कि सदाशिव राव गोलवलकर ने अपनी पुस्तक ‘वी एंड आवर नेशनहुड आईडेंटिफाइड’ में स्पष्ट लिखा है कि जब भी सत्ता हाथ लगे, तो सबसे पहले सरकार की धन-संपत्ति राज्य की जमीन और जंगल अपने दो-तीन विश्वसनीय धनी लोगों को सौंप दें। 95 प्रतिशत लोगों को भिखारी बना दें, उसके बाद सात जन्मों तक सत्ता हाथ से नहीं जाएगी। वहीं, तस्वीर के निचले हिस्से में लिखा है, मैं सारी जिंदगी अंग्रेजों की गुलामी करने के लिए तैयार हूं लेकिन जो दलित, पिछड़ों और मुसलमानों को बराबरी का अधिकार देती हो, ऐसी आजादी मुझे नहीं चाहिए।

अधिवक्ता ने शिकायत में कहा है कि गुरु जी की तस्वीर के साथ जो पोस्ट अपलोड किए गए हैं, विश्व के सबसे बड़े नि:स्वार्थ सामाजिक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विरुद्ध विद्वेष पूर्ण तरीके से दलित, पिछड़ों, मुसलमानों और हिंदुओं में शत्रुता, घृणा, वैमनस्य पैदा कर उन्‍हें उकसाने और वर्ग संघर्ष के उद्देश्य से जानबूझकर पोस्ट किए गए हैं, जिससे आरएसएस के कार्यकर्ताओं और समस्त हिंदू समाज की धार्मिक आस्था आहत हुई है। जोशी की शिकायत पर तुकोगंज थाने की पुलिस ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 153ए, 469, 500, 505 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।

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