श्रद्धा मर्डर केस में बड़ा खुलासा, आफताब ने हफ्ते भर पहले बना लिया हत्या का प्लान, श्रद्धा के लीवर और आंतों का बनाया कीमा

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 17नवंबर। मुंबई की रहनेवाली श्रद्धा वॉकर की हत्या के खुलासे के बाद आभास हो गया था कि श्रद्धा की हत्या करने वाला आफताब कभी झूठ बोलता है और कभी सच बोलता है. इसलिए उन्होंने नार्को टेस्ट के लिए आवेदन किया है. वहीं श्रद्धा के पिता विकास वॉकर ने कहा कि, मुझे लग रहा है कि मुझे न्याय मिलने वाला है. अगर उसने अपराध किया है, तो उसे फांसी दी जानी चाहिए. मुझे हमेशा लगा कि वह झूठ बोल रहा है, मैंने मुंबई और दिल्ली पुलिस से कहा था.

जानिए अबतक क्या-क्या हुआ…
उन्होंने कहा कि आफताब शातिर है और पिछले 5-6 महीने में सबूत मिटा चुका है. ऐसे में पुलिस को सच्चाई सामने लाने में थोड़ी दिक्कत होगी. मैं तब तक चैन से नहीं बैठूंगा जब तक आफताब को मौत की सजा नहीं दी जाती.

वहीं, खुलासा हुआ है कि हत्यारा आफताब कई डेटिंग साइट्स पर एक्टिव था और उसकी 20 से 25 गर्लफ्रेंड से संबंध थे. वह टिंडर पर लड़कियों से बात किया करता था. सूत्रों के अनुसार दिल्ली पुलिस आज आरोपी को साकेत कोर्ट में पेश करेगी और उसकी और हिरासत की मांग करेगी.

दिल्ली पुलिस आज आरोपी आफताब पूनावाला को साकेत कोर्ट में पेश करेगी और उसकी और हिरासत की मांग करेगी. पुलिस सारे साक्ष्य जुटा रही है. उन्हें जानकारी मिली है कि आफताब-श्रद्धा के फ्लैट का 300 रुपये का पानी का बिल बकाया है. जबकि दिल्ली में सरकार द्वारा 20,000 लीटर पानी मुफ्त उपलब्ध कराया जाता है

सूत्रों के अनुसार, हत्या के बाद आफताब ने खून के धब्बों को साफ करने के लिए बहुत सारे पानी का इस्तेमाल किया, जिसके कारण पानी का बिल बकाया हो गया. पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि आफताब नियमित रूप से इमारत की पानी की टंकी की जांच करने जाता था.

पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि जो रेंट एग्रीमेंट हुआ था, उसमें आफताब ने श्रद्धा का नाम पहले और आखिरी में खुद का नाम लिखा था. फ्लैट के मालिक को पता था कि वे विवाहित नहीं हैं. उन्हें एक दलाल के माध्यम से फ्लैट दिया गया था. आफताब हर महीने की 8 से 10 तारीख के बीच मालिक के खाते में 9,000 रुपये जमा करता था.”

दिल्ली पुलिस सूत्रों ने बताया कि 18 मई का झगड़ा पहली बार नहीं हुआ था, आफताब और श्रद्धा तीन साल से लड़ रहे थे. ”18 मई को दोनों के बीच मुंबई से घर का सामान लाने को लेकर झगड़ा हुआ था. घर का खर्च कौन उठाएगा और सामान लाएगा, इस बात को लेकर मारपीट होती थी. इस बात को लेकर आफताब काफी भड़क गया था.

पुलिस को सबसे बड़ी सफलता दंपति के खाते का बैंक स्टेटमेंट मिली, जिसमें 26 मई को श्रद्धा के नेट बैंकिंग अकाउंट ऐप से आफताब के खाते में 54,000 रुपये का लेन-देन दिखाया गया था.

पुलिस सूत्रों ने एएनआई को बताया कि आफताब ने कबूल किया कि उसने हत्या (18 मई) से एक हफ्ते पहले श्रद्धा को मारने का मन बना लिया था.

आफताब ने अपने कबूलानामे में कहा कि श्रद्धा को शक करने की समस्या थी, जिसके कारण वह अक्सर गुस्सा हो जाती थी, जिससे अक्सर झगड़े होते थे. “हत्या (18 मई) से एक सप्ताह से अधिक समय पहले, मैंने श्रद्धा को मारने का मन बना लिया था. उस दिन भी, श्रद्धा और मेरे बीच झगड़ा हुआ था. मैं उसे मारने के लिए तैयार था. वह अचानक भावुक हो गई और रोने लगी. इसलिए मैं पीछे हट गया. ”

सूत्रों ने बताया कि आफताब ने हत्या के बाद श्रद्धा के लीवर और आंतों को कीमा बनाकर नष्ट कर दिया था. चूंकि वह एक प्रशिक्षित शेफ था, इसलिए वह जानता था कि उसके मांस पर चाकू का इस्तेमाल कैसे किया जाता है.

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