निर्यात को प्रोत्साहन और विनिर्माण में ‘मेक इन इंडिया’ सहित अन्‍य मामलों पर उत्कृष्ट सुझाव प्राप्त हुए- वाणिज्य मंत्री गोयल

 वाणिज्य मंत्री ने जीआईएफटी विशेष आर्थिक क्षेत्र के कामकाज की समीक्षा की

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 11अक्टूबर। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता कार्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल ने जीआईएफटी विशेष आर्थिक क्षेत्र के कामकाज तथा गुजरात में एसईजेड और डीसी जीआईएफटी के कार्यालय के संचालन संबंधी नियामक पहलुओं से संबद्ध मुद्दों की समीक्षा की।

गोयल ने जीआईएफटी सिटी में उद्योग जगत के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की।

गोयल ने बैठक के संबंध में अपने ट्वीट में कहा, “जीआईएफटी सिटी में उद्योग जगत के प्रतिनिधियों के साथ सार्थक बातचीत की। यहां इकाइयां लगाने से होने वाले लाभों पर चर्चा की। निर्यात को प्रोत्साहन और विनिर्माण में ‘मेक इन इंडिया’ सहित अन्‍य मामलों पर उत्कृष्ट सुझाव प्राप्त हुए।”

गोयल ने सोने के कारोबार; गोल्ड स्पॉट एक्सचेंज के संचालन तथा जीआईएफटी आईएफएससी के माध्यम से आभूषण निर्यातकों के लिए स्वर्ण धातु ऋण की लागत में कमी लाने से संबंधित मुद्दों को समझने के लिए जीआईएफटी सिटी में इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज (आईआईबीएक्स) में विचार विमर्श किया।

उन्होंने ट्वीट किया, “इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज (आईआईबीएक्‍स), जीआईएफटी सिटी वैश्विक स्तर पर अपने आप में विलक्षण है। आभूषण क्षेत्र के प्रतिनिधियों से आईआईबीएक्‍स के माध्यम से सोने के लिए किफायती कीमतों की संभावनाएं तलाशने का आग्रह किया। यह भी बताया कि कैसे भारत-यूएई सीईपीए उनके लिए एक बड़ी संभावना है।”

उन्होंने आईआईबीएक्‍स में सोने के कारोबार में सुधार लाने के लिए भी निर्देश जारी किए। इन निर्देशों में आईआईबीएक्‍स से परिचालित संयुक्‍त अरब अमीरात के साथ मुक्‍त व्‍यापार समझौते (एफटीए) के अंतर्गत प्राप्‍त स्‍वर्ण पर टैरिफ रेट कोटा (टीआरक्‍यू) के उपयोग को सक्षम किया जाना शामिल है।

गोयल ने जीआईएफटी सिटी में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और डीसी जीआईएफटी एसईजेड और आईएफएससीए के कार्यालय के साथ विभिन्न प्रशासनिक मसलों का समाधान किया।

आईएफएससीए को निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसी) और निर्यातकों के साथ मंत्री द्वारा की जाने वाली निर्यात की आवधिक समीक्षा में भाग लेना है। इसका उद्देश्‍य निर्यात बढ़ाने के लिए आईएफएससी की वित्तीय अवसंरचना का लाभ उठाने के तरीकों का पता लगाना है।

वाणिज्‍य मंत्री ने बैठक के संबंध में ट्वीट में कहा, “आईएफएससी भारत की विकास गाथा से लाभान्वित होने वाले वैश्विक निवेशकों के लिए कारोबार करने की सं‍वर्धित सुगमता के साथ आर्थिक विकास का प्रमुख वाहक होगा।”

गोयल ने जीआईएफटी सिटी में बैंकर्स, फंड मैनेजर्स, डेरिवेटिव एक्सचेंज मैनेजमेंट, उड्डयन उद्योग के प्रतिनिधियों सहित विभिन्न इकाइयों के प्रमुखों के साथ बातचीत की और सीएंडआई, डीजीएफटी और एसईजेड के संबद्ध कार्यालयों के साथ उनकी समस्‍याओं को जाना।

गोयल ने उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) को यह पता लगाने के भी निर्देश दिए कि क्या स्टार्ट अप इकोसिस्टम जीआईएफटी शहर में उपलब्ध सुविधाओं से लाभान्वित हो सकता है।

इससे पहले दिन में, श्री गोयल ने आई-हब में युवा नवोन्मेषकों और स्टार्टअप्स के साथ बातचीत की थी।

उन्होंने ट्वीट में कहा, “नवाचार की भावना गुजरात और उसकी जनता का अभिन्न अंग है। आई-हब में युवा नवोन्मेषकों और स्टार्टअप्स के साथ बातचीत करके बेहद प्रसन्नता हुई। उन्‍हें बताया कि कैसे प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी जी की अभिनव सोच भारत के भावी विकास का मार्ग प्रशस्त कर रही है।”

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