समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 31 मार्च। सरकार ने चार फिल्म मीडिया इकाइयों- फिल्म प्रभाग, फिल्म समारोह निदेशालय (डीएफएफ), भारतीय राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार (एनएफएआई) और भारतीय बाल फिल्म सोसाइटी (सीएफएसआई) के राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) में विलय की घोषणा की है। हालांकि इन इकाइयों के पास उपलब्ध परिसंपत्तियों का स्वामित्व केंद्र सरकार के पास ही रहेगा।
फिल्म के संरक्षण का कार्य एनएफडीसी को हस्तांतरित
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने वृत्तचित्रों और लघु फिल्म के निर्माण, फिल्म समारोहों के आयोजन और फिल्म के संरक्षण का कार्य एनएफडीसी को हस्तांतरित कर दिया है। एक सरकारी आदेश में कहा गया है कि विभिन्न गतिविधियों के दोहराव को घटाने और सार्वजनिक संसाधनों का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करने के उद्देश्य से यह फैसला लिया गया।
वृत्तचित्रों के निर्माण पहले फिल्म प्रभाग करता था
वृत्तचित्रों के निर्माण का काम जो पहले फिल्म प्रभाग द्वारा किया जाता था, उसे पूरी तरह से एनएफडीसी को हस्तांतरित कर दिया गया है। फिल्म डिवीजन की विरासत और ब्रांड नाम को आगे बढ़ाया जाएगा और एनएफडीसी में वृत्तचित्रों के निर्माण के लिए प्रोडक्शन इकाई को फिल्म डिवीजन नाम दिया जाएगा। इसी तरह, फिल्म महोत्सव का आयोजन जो फिल्म महोत्सव निदेशालय का अधिकार था, उसे एनएफडीसी को स्थानांतरित कर दिया गया है।
2026 की अवधि तक 1304.52 करोड़ रुपये का बजटीय आवंटन भी किया
सरकार ने इन सभी गतिविधियों के लिए 2026 की अवधि तक 1304.52 करोड़ रुपये का बजटीय आवंटन भी किया है, जिसे एनएफडीसी के जरिये लागू किया जाएगा। एनएफडीसी को और अधिक मजबूत बनाने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है कि इन गतिविधियों से प्राप्त होने वाले राजस्व को भी एनएफडीसी को दिया जाएगा।
मौजूदा बुनियादी ढांचे व श्रम शक्ति को मिलेगा बढ़ावा
इस निगम के अंतर्गत आने वाली फिल्म मीडिया इकाइयों का विलय भारतीय सिनेमा की सभी विधाओं- फीचर फिल्मों, वृत्तचित्रों, बच्चों के लिए कंटेंट, एनीमेशन और लघु फिल्मों – का संतुलित एवं समन्वित विकास सुनिश्चित करेगा और मौजूदा बुनियादी ढांचे एवं श्रम शक्ति के बेहतर एवं कुशल उपयोग को बढ़ावा देगा।
केंद्र की चार फिल्म मीडिया इकाइयों का पहले भी चुका विलय
उल्लेखनीय है कि दिसंबर 2020 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एनएफडीसी के मेमोरेंडम ऑफ आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन का विस्तार करके अपनी चार फिल्म मीडिया इकाइयों (फिल्म प्रभाग, फिल्म महोत्सव निदेशालय, भारतीय राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार और बाल फिल्म सोसायटी भारत) का विलय राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम लिमिटेड (एनएफडीसी) में करने का निर्णय लिया था। इसके बाद एनएफडीसी ही इन सभी इकाइयों द्वारा अब तक किए जा रहे समस्त कार्यकलापों को पूरा करेगा।